बिहार विधानसभा चुनावः एनडीए और महागठबंधन की बीच जारी है कांटे की टक्कर, देर रात आएंगे परिणाम
By एस पी सिन्हा | Updated: November 10, 2020 19:26 IST2020-11-10T19:24:14+5:302020-11-10T19:26:19+5:30
पटना में कार्यकर्ताओं ने नाच-गाकर अपनी खुशी का इजहार किया. सुबह महागठबंधन ने बढ़त बनाई तो कुछ देर बाद एनडीए ने उसे पीछे करते हुए रुझानों में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया.

बिहार जैसे जटिल राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले राज्य में यह एक अभूतपूर्व घटना होगी.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम देर रात तक आने की संभावना है, लेकिन रुझानों से यह प्रतीत होता है कि एनडीए को बहुमत मिल सकता है.
बहुमत की संभावना के बाद जदयू कार्यकर्ता जश्न में डूब गये हैं. पटना में कार्यकर्ताओं ने नाच-गाकर अपनी खुशी का इजहार किया. सुबह महागठबंधन ने बढ़त बनाई तो कुछ देर बाद एनडीए ने उसे पीछे करते हुए रुझानों में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया.
दोपहर बाद से रुझानों में एनडीए ही आगे चल रही है. इसके बाद भी महागठबंधन अभी हार मानने के लिए तैयार नहीं है. राजद नेताओं का कहना है कि कई ऐसी है अभी गिनती चल रही है और वोटों का अंतर बहुत कम है. ऐसे में जीत किसकी होगी और क्या होगा बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम? इसमें अभी वक्त लगेगा क्या नीतीश कुमार का ‘सुशासन’ कायम रहेगा या फिर बिहार में फैलेगा तेजस्वी यादव का ‘तेज’? मतगणना से जो रुझान मिल रहे हैं उसमें एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर जारी है.
हालांकि रुझानों के अनुसार एनडीए गठबंधन बहुमत करीब है, लेकिन यह सिर्फ रुझान हैं परिणाम नहीं. देर रात ही यह तय हो पायेगा कि बिहार में अगले पांच साल तक किसकी सरकार रहेगी? कोरोना काल में होने वाला यह चुनाव बहुत ही खास है. एग्जिट पोल के नतीजे कहते हैं कि बिहार सत्ता परिवर्तन की ओर अग्रसर है, ऐसे में बिहार जैसे जटिल राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले राज्य में यह एक अभूतपूर्व घटना होगी.
नीतीश कुमार पिछले तीन टर्म से बिहार के मुख्यमंत्री हैं, यानी उन्होंने पिछला तीन चुनाव लगातार जीता है. अगर वे एक बार फिर चुनाव जीतते हैं, तो यह ऐतिहासिक घटना होगी और अगर तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बनते हैं तो वह भी एक रिकॉर्ड होगा क्योंकि वे देश के सबसे युवा (मात्र 31) वर्ष के मुख्यमंत्री होंगे.
वहीं राजनीति में कुछ भी तय नहीं है. इस बात को भी अगर सच मान लें तो नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव के अलावा कोई तीसरा विकल्प भी भविष्य के गर्भ से निकल सकता है. चुनाव आयोग के अनुसार परिणाम आने में देर रात तक का समय लगेगा. सूत्रों के हवाले से ऐसी जानकारी मिल रही है कि 20 से अधिक सीटें ऐसी हैं जहां बढत का फासला एक हजार वोट से भी कम है, ऐसे में कभी भी बाजी पलट सकती है. इस बीच राजद ने ट्वीट करके यह दावा किया है कि सरकार महागठबंधन की ही बनेगी.
राजद के ट्वीट में कहा गया है- हमारे रीयलटाईम डाटा के अनुसार अभी 84 सीटों पर हम आगे हैं. कई जगह पोस्टल वोटिंग की अभी गिनती नहीं हुई है. आप अंतिम समय तक डटे रहिए. उदाहरण स्वरूप जैसे महनार में 12 हजार, फतुआ 14 हजार और सूर्यगढ़ा 10 हजार से हम लीड कर रहे हैं. लेकिन टीवी पर पीछे दिखा रहा है. हम सभी क्षेत्रों के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं से संपर्क में है और सभी जिलों से प्राप्त सूचना हमारे पक्ष में है. देर रात तक गणना होगी. महागठबंधन की सरकार सुनिश्चित है. बिहार ने बदलाव कर दिया है. सभी प्रत्याशी और काउंटिंग एजेंट मतगणना पूरी होने तक काउंटिंग हॉल में बने रहें.