‘जंगलराज 15 सालों के 15 कांड’?, पोस्टर में राजद प्रमुख लालू यादव और तेजस्वी यादव की तस्वीर लगी, भाग रहे दोनों!
By एस पी सिन्हा | Updated: June 28, 2025 17:07 IST2025-06-28T17:06:32+5:302025-06-28T17:07:41+5:30
Bihar Assembly Elections: मियांपुर नरसंहार, चंपा विश्वास कांड, चारा घोटाला, दवा घोटाला, बाढ़ राहत राशि घोटाला, लक्ष्मणपुर बाथे नरसंहार, नौकरी के बदले जमीन घोटाला, चरवाहा विद्यालय, शहाबुद्दीन का तेजाब हत्याकांड, बथानी टोला नरसंहार, शिल्पी जैन हत्याकांड, बारा नरसंहार, सेनारी नरसंहार, शंकर बिगहा नरसंहार और आखिर में अलकतरा घोटाले का भी जिक्र किया गया हैं।

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पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए और महागठबंधन के बीच पोस्टर वॉर छिड़ गया है। अब राजद के खिलाफ एनडीए का नया पोस्टर सामने आया है। राजद प्रमुख लालू यादव और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के शासनकाल पर किया गया पोस्टर वॉर अब तक का सबसे बड़ा माना जा रहा है। पोस्टर का शीर्षक ‘जंगलराज 15 सालों के 15 कांड’ दिया गया, जिसके बाद से सियासी खलबली मच गई है। पोस्टर में राजद प्रमुख लालू यादव और उनके छोटे बेटे व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तस्वीर लगी हुई है। दोनों भागते हुए दिखाई दे रहे हैं।
साथ ही इस पोस्टर 15 साल में जितने भी बड़े-बड़े कांड किए गए, उसकी सूची तैयार की गई है और जमकर हमला बोला गया है। पटना का इनकम टैक्स गोलंबर पोस्टर से पट गया है, जिसमें लालू-राबड़ी शासनकाल पर किए गए हमले को लेकर पोस्टर पर सभी का ध्यान चली जा रही हैं। बता दें कि इससे पहले विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को भैंस पर बैठे हुए दिखाया गया था और हमला बोला गया था।
वहीं, पोस्टर में जिन मामलों की सूची तैयार की गई है, उनमें शामिल है, मियांपुर नरसंहार, चंपा विश्वास कांड, चारा घोटाला, दवा घोटाला, बाढ़ राहत राशि घोटाला, लक्ष्मणपुर बाथे नरसंहार, नौकरी के बदले जमीन घोटाला, चरवाहा विद्यालय, शहाबुद्दीन का तेजाब हत्याकांड, बथानी टोला नरसंहार, शिल्पी जैन हत्याकांड, बारा नरसंहार, सेनारी नरसंहार, शंकर बिगहा नरसंहार और आखिर में अलकतरा घोटाले का भी जिक्र किया गया हैं। इस तरह से कई मुद्दों को निशाने पर लेते हुए करारा हमला बोला गया है।
इसके पहले एक पोस्टर में राजद सुप्रीमो लालू यादव को भैंस पर बैठे और मुंह में चारा चबाते हुए दिखाया गया था। तेजस्वी यादव को उनके आगे बैठे दिखाया गया था। इस पर लिखा गया था- “मेरा बाप चारा चोर, मुझे वोट दो।” यह पोस्टर साफ तौर पर चारा घोटाले और वंशवाद के मुद्दे को निशाने पर लेता दिखाई दिया था।
चुनाव के कुछ महीने बाकी हैं और पार्टियों के बीच एक-दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। उल्लेखनीय है कि बिहार की सियासत में इस तरह के पोस्टर वॉर नई बात नहीं है, लेकिन व्यक्तिगत टिप्पणियों और परिवार को निशाना बनाना चुनावी माहौल को और तनावपूर्ण बना रहा है। बीते दिनों बिहार में विभिन्न आयोगों के गठन में एनडीए से संबंधित राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं के दामाद की जिस प्रकार एंट्री हुई है, उस पर राजद ने भी कई पोस्ट शहर की चौक चौराहों पर लगाए हैं।