अनुच्छेद 370 और ट्रिपल तलाक जैसे मुद्दों पर जदयू द्वारा विरोध करने पर सियासत जारी है. इसको लेकर एक बार फिर राजद ने जदयू पर निशाना साधते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के साथ फंसे हुए नजर आ रहे हैं. राजद नेता शिवचंद्र राम ने कहा है कि नीतीश कुमार को भाजपा के साथ रहकर विरोध करना पड़ रहा है. उनकी भाजपा नहीं सुनती है. इस हालत में जदयू को भाजपा से रिश्ता तोड़ देना चाहिए. नीतीश कुमार को भाजपा को छोड़कर गरीबों, दलितों, शोषितों के साथ आना चाहिए. वहीं, महागठबंधन के साथी 'हम' ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एनडीए छोड़ने की नसीहत दी है. हम के नेताओं का कहना है कि जिस सिद्धांत पर नीतीश कुमार राजनीति करते हैं, वो भाजपा से बिल्कुल अलग है.
भाजपा की विचारधारा अलग है और नीतीश कुमार को एक ना एक दिन जरूर बाहर आएंगे. राजद और 'हम' ने जदयू को खुला निमंत्रण दिया है कि जदयू महागठबंधन में आ जाएं. भाजपा और कांग्रेस कर रही राजनीति जदयू नेता व सूबे के उद्योग मंत्री श्याम रजक ने भाजपा और कांग्रेस पर इस पर राजनीति करने को लेकर निशाना साधा है. उनका कहना है कि वे आज भी अनुच्छेद 370 को बेअसर करने वाले कानून का विरोध करते हैं. लेकिन देश में जब कानून बन गया है तो अब इस पर किसी तरह की टिप्पणी करने का कोई मतलब नहीं है.
इसलिए कानून का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कानून बनने के बाद इसका सम्मान करने के बजाए भाजपा और कांग्रेस इस पर राजनीति कर रहे हैं. दोनों ही देश हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कर देश का सत्यानाश कर रहे हैं. यह देश के विकास के मुद्दे पर राजनीति करने के बजाए वोटबैंक की राजनीति कर रहे हैं.
भाजपा ने की रजक पर टिप्पणी भाजपा नेता निखिल आनंद ने श्याम रजक के बयान पर कहा कि कोई बेवकुफ नेता ही भाजपा और कांग्रेस की तुलना कर सकता है. भाजपा और कांग्रेस का कोई तालमेल ही नहीं है. उन्होंने कहा कि श्याम रजक विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर बयान दे रहे हैं. जबकि भाजपा ने अनुच्छेद 370 को बेअसर कर एक ऐतिहासिक काम किया है.