भारत बंद से ओडिशा में जनजीवन हुआ अस्तव्यस्त, सड़क और रेल यातायात हुए बुरी तरह से प्रभावित
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 28, 2022 02:10 PM2022-03-28T14:10:04+5:302022-03-28T14:17:11+5:30
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और बैंक कर्मचारी संगठन की ओर से बुलाये गये दो दिवसीय संयुक्त भारत बंद के पहले दिन सुबह 6 बजे विभिन्न ट्रेड यूनियन नेता भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और सरकारी कंपनियों के निजीकरण, मूल्य वृद्धि और केंद्र सरकार की अन्य नीतियों का विरोध करते हुए नारेबाजी करने लगे।
भुवनेश्वर: केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और बैंक कर्मचारी संगठन की ओर से बुलाये गये दो दिवसीय संयुक्त भारत बंद के पहले दिन आज सोमवार को ओडिशा में सामान्य जनजीवन पूरी तरह से ठप हो गया है।
जानकारी के मुताबिक सुबह 6 बजे विभिन्न ट्रेड यूनियन नेता भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और सरकारी कंपनियों के निजीकरण, मूल्य वृद्धि और केंद्र सरकार की अन्य नीतियों का विरोध करते हुए नारेबाजी करने लगे।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन पर दो ट्रेनों को रोक दिया। इसके साथ ही भुवनेश्वर के बारामुंडा बस स्टैंड पर भी प्रदर्शनकारियों द्वारा बसों को रोके जाने की खबर है।
बंद के संबंध में ट्रेड यूनियन के महासचिव सुरेश राउतराय ने कहा, “हम सरकार द्वारा आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि, ईंधन की कीमतों में वृद्धि और पीएफ में ब्याज दरों में कमी के खिलाफ यह विरोध कर रहे हैं। मोदी सरकार द्वारा लाया गया श्रम कानून मजदूरों के खिलाफ है। देश को कॉरपोरेट्स के हवाले कर दिया गया है। हम सरकार के इस सांठगांठ वाले पूंजीवाद के खिलाफ हैं।"
ट्रेड यूनियनों के सदस्यों ने तख्तियां और बैनर लिए शहर भर में फैल कर सड़क जाम कर दिया। भुवनेश्वर में कोलकाता-चेन्नई मार्ग पर आचार्य विहार फ्लाईओवर, कम्युनिकेशन प्वाइंट के पास राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर ट्रक और बसों सहित सैकड़ों वाहन फंसे रहे क्योंकि आंदोलनकारियों ने सड़क जाम कर दिया था।
सूचना के मुताबिक भारत बंद के कारण ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर सबसे ज्यादा प्रभावित बताया जा रहा है। आंदोलन के कारण भुवनेश्वर में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
बालासोर, कटक, बरहामपुर, संबलपुर और राउरकेला जैसे अन्य जिलों में भी आंदोलनकारियों द्वारा धरना-प्रदर्शन के कारण सामान्य जनजीवन बाधित किये जाने की खबरें मिल रही हैं।
इस आंदोलन के कारण ओडिशा में बैंकिंग, बीमा, आयकर, डाक सेवाएं, दूरसंचार, बिजली, तेल, इस्पात, कोयला और तांबा जैसे क्षेत्र भी बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। इस संबंध में भारतीय स्टेट बैंक ने पहले ही बयान जारी करके कहा था कि 28 और 29 मार्च को बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होने की संभावना है।
हालांकि केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और बैंक कर्मचारी संगठन ने शैक्षणिक संस्थानों और अस्पतालों जैसे आपातकालीन सेवाओं को इस बंद से प्रदान की हुई है। उसके बावजूद भुवनेश्वर में कुछ स्कूलों ने सोमवार को कक्षाएं शुरू करने की बजाय इसे 30 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया है।
भुवनेश्वर में उत्कल विश्वविद्यालय और रमा देवी महिला विश्वविद्यालय ने भी 28 और 29 मार्च को होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया। परीक्षाओं की नई तारीखों की घोषणा बाद में की जाएगी।