कोरोना महामारी के प्रकोप को बढ़ते देख बेंगलुरु पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाया है। कोरोना से बचने के लिए सिटी पुलिस अब शहर के युवा नागरिकों से मदद लेगी जो सिविल वार्डन के रूप में का करेंगे। ये सिविल वार्डन कोरोना वायरस के लिए जारी दिशानिर्देशों के लिए काम करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शहर में कोरोना को हराने के लिए सिटी पुलिस अब 18 से 45 साल के बीच युवाओं की मदद लेगी। इस बारे में पुलिस आयुक्त भास्कर राव ने एक ट्वीट कर लिखा कि शहर की पुलिस को मदद करने के लिए सिविल पुलिस वार्डन के रूप में 18 से 45 वर्ष की उम्र के बीच पुरुषों और महिलाओं आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि शारीरिक रूप से फिट और सेवा भावना से काम करने वाले लोग इसमें जुड़ सकते हैं। सेवा के लिए आमंत्रित किया गया है। इच्छुक युवा रजिस्ट्रेशन करने के लिए इस वेबसाइट http://bcp.gov.in पर लॉग इन कर सकते हैं।
बेंगलुरु शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 22 जुलाई तक ‘पूर्ण लॉकडाउन’
बेंगलुरु शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कल रात आठ बजे से ‘पूर्ण लॉकडाउन’ है और यह 22 जुलाई को सुबह पांच बजे तक प्रभावी रहेगा। कर्नाटक के धारवाड़, दक्षिणा कन्नड़, कलबुर्गी (सिर्फ शहरी इलाके), बीदर, रायचुर (रायचुर शहर और सिंधनुर) और यादगीर में भी बंद की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि लोगों को दोपहर 12 बजे तक सब्जियां और जरूरी सामान खरीदने की अनुमति है। बंद का किसी भी तरह से उल्लंघन करने को लेकर सरकार ने लोगों को आगाह किया है। 14 जुलाई शाम तक राज्य में संक्रमण के 44,077 मामले हैं और अब तक 842 लोगों की मौत हो चुकी है और 17,390 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। बेंगलुरु शहरी जिले में संक्रमण के सबसे ज्यादा 20,969 मामले हैं।
कर्नाटक की राजधानी समेत कुछ जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर लॉकडाउन लागू है। कर्नाटक के गृह मंत्री बासवराज बोम्मई ने बुधवार को कहा कि संक्रमण की कड़ी तोड़ने के लिए ये जरूरी कदम हैं और लोगों ने इसका महत्व भी समझा है। उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि वे पुलिस को लॉकडाउन लागू करने के लिए बल प्रयोग करने को अपरिहार्य न बनाएं।
बोम्मई ने कहा, ‘‘यातायात आवाजाही कम है, लॉकडाउन का वातावरण हर जगह है, मैं महसूस करता हूं कि लोगों ने इसके महत्व को समझा है…सहयोग जरूरी है। संवाददाताओं से उन्होंने कहा कि लॉकडाउन महत्वपूर्ण है, पिछली बार संक्रमण दर इस स्तर पर नहीं था। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे क्षेत्र हैं जहां संक्रमण के ज्यादा मामले हैं - करीब पांच जिले और बेंगलुरु शहर में लॉकडाउन है। लोग यह समझ गए हैं कि बंद कोरोना वायरस की कड़ी तोड़ने के लिए है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ कृपया पुलिस के लिए बल प्रयोग करना अपरिहार्य न बनाएं।’’