गिरफ्तारी से पहले मोगा के रोडेवाला गुरुद्वारा में अमृतपाल का वीडियो आया सामने, कैसे पकड़ा गया, पुलिस ने बताई पूरी कहानी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 23, 2023 01:22 PM2023-04-23T13:22:43+5:302023-04-23T13:36:46+5:30
पुलिस महानिरीक्षक ने कहा, ‘‘(गुरद्वारा की) पवित्रता बनाए रखने के लिए पुलिस गुरुद्वारे में नहीं घुसी और वह जानता था कि अब वह भाग नहीं सकता क्योंकि पंजाब पुलिस ने उसे घेर लिया है।
चंडीगढ़ः पंजाब पुलिस ने मोगा जिले के रोडे गांव में कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह को घेर लिया था जिससे उसके फरार होने की कोई गुंजाइश नहीं थी। पुलिस महानिरीक्षक सुखचैन सिंह गिल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमृतपाल को रासुका के तहत असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया है। वारिस पंजाब दे' प्रमुख अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी से पहले वह मोगा के रोडेवाला गुरुद्वारा में दिखा था जिसका वीडियो सामने आया है।
सुखचैन गिल ने कहा, ‘‘अमृतपाल सिंह के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के वारंट जारी किए गए और आज सुबह इन्हें तामील किया गया। कानून अपना काम करेगा।’’ पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह को एक महीने से अधिक समय से फरार रहने के बाद सुबह करीब छह बजकर 45 मिनट पर रोडे गांव से गिरफ्तार कर लिया। गिल ने कहा, ‘‘अमृतसर पुलिस और पंजाब पुलिस की खुफिया इकाई ने एक संयुक्त अभियान चलाया।
#WATCH पंजाब: 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख अमृतपाल सिंह की गिरफ़्तारी से पहले वह मोगा के रोडेवाला गुरुद्वारा में दिखा। pic.twitter.com/ErCeEowaTF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 23, 2023
पुलिस अधिकारी ने कहा कि पंजाब पुलिस को उसके रोडे गांव में होने का पता चला था। उसे चारों तरफ से घेर लिया गया था, पंजाब पुलिस ने गांव को घेर लिया था।’’ पुलिस ने गुरुद्वारे की पवित्रता बनाए रखने के लिए उसमें प्रवेश नहीं किया। अमृतपाल इसी गुरुद्वारे में मौजूद था।
पुलिस महानिरीक्षक ने कहा, ‘‘(गुरद्वारा की) पवित्रता बनाए रखने के लिए पुलिस गुरुद्वारे में नहीं घुसी और वह जानता था कि अब वह भाग नहीं सकता क्योंकि पंजाब पुलिस ने उसे घेर लिया है। पंजाब पुलिस ने चारों ओर से गांव को भी घेर लिया था।’’ मृतक आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले रोडे गांव से था और अमृतपाल सिंह को इस गांव में एक कार्यक्रम में ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख नियुक्त किया गया था।