इनकम टैक्स की कथित रेड पर BBC ने दी प्रतिक्रिया, कहा- हम उम्मीद करते हैं...
By रुस्तम राणा | Published: February 14, 2023 04:49 PM2023-02-14T16:49:12+5:302023-02-14T17:01:45+5:30
ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर BBC ने ट्विटर पर कहा कि "आयकर अधिकारी इस समय नई दिल्ली और मुंबई में बीबीसी कार्यालयों में हैं और हम पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं।"
नई दिल्ली: आयकर विभाग की कथित रेड पर बीबीसी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। बीबीसी न्यूज ने मंगलवार को कहा कि वह आयकर विभाग के साथ पूरा सहयोग कर रहा है। बता दें कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट बीबीसी के मुंबई और दिल्ली ऑफिस पर सर्वे कर रहा है।
ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर ने ट्विटर पर कहा कि "आयकर अधिकारी इस समय नई दिल्ली और मुंबई में बीबीसी कार्यालयों में हैं और हम पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं।"
बीबीसी ने आगे लिखा, "हमें उम्मीद है कि यह स्थिति जल्द से जल्द सुलझ जाएगी।" आयकर विभाग कथित कर चोरी की जांच के तहत दिल्ली और मुंबई में बीबीसी के कार्यालयों में एक सर्वेक्षण अभियान चला रहा है।
The Income Tax Authorities are currently at the BBC offices in New Delhi and Mumbai and we are fully cooperating.
— BBC News Press Team (@BBCNewsPR) February 14, 2023
We hope to have this situation resolved as soon as possible.
उधर, आयकर विभाग की इस कार्रवाई को लेकर सियासी पारा भी गरम है। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल इस कार्रवाई की आलोचना कर रही हैं तो भाजपा ने बीबीसी को दुनिया का सबसे भ्रष्ट और बकवास कॉर्पोरेशन करार दिया है।
कांग्रेस ने ब्रिटिश ब्रॉडकॉस्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) के दफ्तरों पर आयकर विभाग के ‘सर्वे ऑपरेशन’ को लेकर मंगलवार को सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘‘विनाशकाले विपरीत बुद्धि।’’
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह आरोप भी लगाया कि मोदी सरकार में प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला हो रहा है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मोदी सरकार में समय-समय पर प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला होते रहा है। यह सब आलोचनात्मक आवाजों को दबाने के लिए किया गया है। यदि संस्थाओं का उपयोग विपक्ष और मीडिया को दबाने के लिए होगा, तो कोई भी लोकतंत्र नहीं बच सकता।’’
Time and again, there has been an assault on freedom of Press under Modi Govt.
— Mallikarjun Kharge (@kharge) February 14, 2023
This is done with brazen & unapologetic vengeance to strangulate remotely critical voices.
No Democracy can survive if institutions are used to attack Opposition & Media.
People WILL resist this.
बता दें कि साल 2002 के गुजरात दंगों पर ब्रिटिश प्रसारक द्वारा दो-भाग के वृत्तचित्र का प्रसारण किये जाने के कुछ सप्ताह बाद यह औचक कार्रवाई हुई है।