नागपुर: स्थानीय हस्तशिल्पियों, बुनकरों, हथकरघा कारीगरों के कल्याण की दृष्टि से केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल के आम बजट में ‘वन स्टेशन, वन प्रॉडक्ट’ पॉलिसी पेश की है।
‘वन स्टेशन, वन प्रॉडक्ट’ पॉलिसी का मकसद भारतीय रेलवे के प्रत्येक स्टॉप पर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर उनकी बिक्री बढ़ाना है। इस योजना में खास बात यह है कि इस पॉलिसी में पायलट प्रोजेक्ट के तहत देशभर में कुल 16 रेलवे स्टेशनों का चयन किया गया है।
इन 16 स्टेशनों में नागपुर स्टेशन को भी शामिल किया गया है। जानकारी के मुताबिक नागपुर रेलवे स्टेशन पर 25 मार्च से 15 दिनों तक बांस निर्मित उत्पादों के प्रदर्शनी और बिक्री का आयोजन किया जाएगा।
गौरतलब है कि समूचे महाराष्ट्र से अकेले नागपुर रेलवे स्टेशन का इस पॉलिसी के पायलट प्रोजेक्ट के तहत चयन हुआ है। चूंकि विदर्भ क्षेत्र में बांस की पैदावार बड़े पैमाने पर होती है। ऐसे में बांस निर्मित उत्पादों को रेलवे स्टेशन पर बढ़ावा दिया जाएगा।
नागपुर रेलवे स्टेशन पर अपना प्रमोशनल स्टॉल लगाने के लिए बांस से बने उत्पादों को प्रमोट करने वाली एनजीओ, सेल्फ हेल्प ग्रुप, सरकारी और अन्य सोसायटी से मध्य रेलवे, नागपुर मंडल की कमर्शियल ब्रांच में 20 मार्च तक आवेदन करने की अपील की गई है।