आजम खान के खिलाफ मायावती ने भी खोला मोर्चा, कहा- सिर्फ संसद नहीं, सभी महिलाओं से मांगे माफी
By आदित्य द्विवेदी | Updated: July 26, 2019 14:45 IST2019-07-26T14:45:40+5:302019-07-26T14:45:40+5:30
सपा सांसद आजम खान की आपत्तिजनक टिप्पणी की बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी निंदा की है। उन्होंने कहा कि आजम खान का बयान महिलाओं की अस्मिता के खिलाफ है।

आजम खान के खिलाफ मायावती ने भी खोला मोर्चा, कहा- सिर्फ संसद नहीं, सभी महिलाओं से मांगे माफी
सपा सांसद आजम खान की आपत्तिजनक टिप्पणी पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी निंदा की है। उन्होंने कहा कि आजम खान का बयान महिलाओं की अस्मिता के खिलाफ है। यह निंदनीय है। उन्हें ना सिर्फ लोकसभा बल्कि सभी महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।
लोकसभा स्पीकर की कुर्सी संभाल रही बीजेपी की महिला सांसद रमा देवी पर सपा सांसद आजम खान की टिप्पणी पर शुक्रवार को भी हंगामा मचा। लोकसभा में मौजूद महिला सांसदों ने एकसुर में आजम खान को लताड़ लगाई और लोकसभा अध्यक्ष से कड़ी कार्रवाई की अपील की।
रमा देवी ने भी कहा कि आजम खान को लोकसभा में रहने का कोई अधिकार नहीं है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आजम खान को माफी मांगी चाहिए अन्यथा हम उनको लोकसभा से बर्खास्त करने की मांग करते हैं।
Bahujan Samaj Party (BSP) Chief Mayawati on Azam Khan's remark against BJP MP Rama Devi: His statement is against the dignity of women, it is hurtful. It is highly condemnable, he should not only apologize to the Lok Sabha but also to all women. (file pic) pic.twitter.com/tFGTbcqoZM
— ANI (@ANI) July 26, 2019
जानें क्या है पूरा मामला
तीन तलाक बिल पर लोकसभा में बोलते हुये आजम खान ने कहा, मुख्तार अब्बास नकवी कहां हैं, इस पर स्पीकर रमा देवी ने कहा कि आप इधर-उधर की बात न करें बल्कि चेयर की ओर देखकर अपना विषय रखें। इस पर आजम खान ने स्पीकर को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी, जिससे हंगामा हो गया और बीजेपी समेत कई दलों के सांसद उनसे माफी की मांग करने लगे।
इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कुर्सी संभाल ली और सदन को शांत करवाने की कोशिश की। स्पीकर की अनुमति के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने स्पष्टीकरण भी पेश किया। इसके बाद आजम खान को बोलने के लिए कहा गया लेकिन उन्होंने कहा कि ऐसे अपमान के बाद वो नहीं बोल सकते और सदन से बाहर निकल गए।
इससे पहले कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में ‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019’ को चर्चा एवं पारित करने के लिये पेश किया जिसमें विवाहित मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की संरक्षा करने और उनके पतियों द्वारा तीन बार तलाक बोलकर विवाह तोड़ने को निषेध करने का प्रावधान किया गया है।