पटना,12 जनवरी। बिहार में बेलगाम हो चुके अपराधियों के शिकार ना सिर्फ आम आदमी बल्कि जाने-माने नेता भी होने लगे हैं। बेखौफ हो चुके अपराधियों ने अब एक पूर्व विधायक को अपना निशाना बनाया है। बाहुबल की दुनिया में पांडे जी के नाम से मशहूर पूर्व बाहुबली नरेंद्र पांडेय उर्फ सुनील पांडेय को आरा में हत्या की धमकी मिली है। अच्छे-अच्छे को हिला देने वाले सुनील पांडेय को अपराधियों ने जान से मारने की धमकी दी है। 4 बार विधायक रहे सुनील पांडेय को अपराधियों ने 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। अपराधियों ने सुनील पांडेय से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अपराधियों ने सुनील पांडेय से 50 लाख की रंगदारी मांगी है। इसके साथ ही उन्हें धमकी भी दी गई है कि अगर 72 घंटे के अन्दर पैसा नही मिला तो उन्हें जान से मार दिया जायेगा। भोजपुर जिले का है। बाहुबली नरेंद्र पांडेय उर्फ सुनील पांडेय नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के भी विधायक भी रह चुके हैं। इसबार के चुनाव में लोजपा से टिकट नहीं मिलने के कारण इन्होंने चुनाव से ठीक पहले लोजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था।
सुनिल पांडेय को कॉल पर मिली है जान से मारने की धमकी
विधानसभा चुनाव में लोजपा छोड कर निर्दलीय चुनाव लडने के बाद सुनील पांडेय को इसबार करारी हार मिली थी। सुनिल पांडेय ने बताया कि किसी शख्स ने उनके मोबाइल पर कॉल कर यह धमकी दी है। यहां बता दें कि सुनील पांडे राजनीति से पहले अपराध की दुनिया के बेताज बादशाह थे। इनकी खौफनाक साजिशों से कई इलाके दहल जाते थे। इनकी तूती सिर्फ बिहार ही नहीं दूसरे प्रदेशों में भी बोलती है। 23 जनवरी 2015 को आरा सिविल कोर्ट में धमाका हुआ था। इस धमाके में 2 लोगों की मौत हुई थी। कोर्ट से 2 कैदी लंबू शर्मा और अखिलेश उपाध्याय फरार हो गए थे। बाद में लंबू शर्मा की दिल्ली से गिरफ्तारी हुई।
सुनील पांडेय को लेकर हो रहे कई बड़े खुलासे
बताया जाता है कि लंबू शर्मा ने जो चौंकाने वाले खुलासे किए थे। उससे यूपी का डॉन मुख्तार अंसारी भी कांप गया था। लंबू ने बताया था कि मुख्तार अंसारी को मारने के लिए बृजेश सिंह ने 6 करोड की सुपारी दी थी। लंबू मुख्तार के करीबी चांद मियां से उसकी रेकी करवा रहा था। लंबू के अनुसार सुनील पांडेय ने भी मुख्तार को मारने के लिए 50 लाख की सुपारी दी थी। मुख्तार को मारने के लिए ही लंबू शर्मा जेल से भागा था।
इससे पहले भी कई नेताओं को अपराधी दे चुके हैं इस तरह की धमकी
इस मामले में साजिश का खुलासा होने के बाद सुनील पांडेय की गिरफ्तारी भी हुई। गिरफ्तारी के बाद सुनील पांडेय जेल भेजे गए। ऐसे में उनके चुनाव लडने पर संकट आ गया। सुनील पांडेय ने जदयू से इस्तीफा दे दिया। उसके बाद वह लोजपा में शामिल हो गए। लोजपा ने सुनील पांडेय की पत्नी गीता पांडेय को टिकट दिया था। लेकिन वह चुनाव हार गई थीं। यहां बता दें कि, इससे पहले भी कई नेताओं को अपराधियों ने अपना शिकार बनाया है। दिनदहाडे कई नेताओं पर ताबडतोड फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी गई है।