उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावः बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के भाई सिबगतुल्ला सपा में शामिल, बसपा प्रमुख मायावती को दोहरा झटका
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: August 28, 2021 16:23 IST2021-08-28T16:21:54+5:302021-08-28T16:23:17+5:30
Uttar Pradesh Assembly Elections: बसपा छोड़ चुके पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने भी सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है।

समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया तो चौधरी ने बसपा छोड़ दी।
Uttar Pradesh Assembly Elections: उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी और मऊ सदर के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के सगे भाई व पूर्व विधायक सिबगतुल्ला अंसारी शनिवार को बसपा छोड़कर अपने समर्थकों संग समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो गये।
वहीं, पहले ही बसपा छोड़ चुके पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने भी सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। सपा मुख्यालय में शनिवार को पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अंबिका चौधरी, पूर्व विधायक सिबगतुल्ला अंसारी और उनके समर्थकों को पार्टी की सदस्यता दिलाई और कहा कि उनके आने से सपा की ताकत और बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि इससे यह संदेश जाएगा कि आने वाले समय में बहुमत की सरकार सपा बनाएगी। भाजपा पर हमला बोलते हुए सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘नौजवानों के लिए नौकरी व रोजगार नहीं है, व्यापारी बर्बाद हो गये। कोरोना के नाम पर जो मदद सरकार को करनी चाहिए थी और जब सबसे ज्यादा मदद की जरूरत थी तब गरीब जनता को भाजपा सरकार ने अनाथ छोड़ दिया।’’
यादव ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश की जनता परिवर्तन चाहती है, जनता बदलाव चाहती है और विकास व खुशहाली के रास्ते पर चलना चाहती है।’’ इसके पहले अखिलेश यादव ने ट्विटर के जरिये घोषणा की कि सपा रविवार को यानी 29 अगस्त को 'राष्ट्रीय खेल दिवस' के अवसर पर प्रदेश भर में 'खिलाड़ी घेरा' का आयोजन करेगी।
उन्होंने ट़वीट किया, ‘‘ सपा 29 अगस्त को 'राष्ट्रीय खेल दिवस' के अवसर पर प्रदेश भर में 'खिलाड़ी घेरा' का आयोजन करेगी। विभिन्न खेलों के खिलाडि़यों से अपील है कि वे अपने मुद्दों को लेकर इस कार्यक्रम से जुड़ें व उपेक्षाकारी सत्त की नींव हिला दें।खिलाड़ी आगे आएं।''
उल्लेखनीय है कि मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री रहे अंबिका चौधरी ने 2016 में सपा छोड़ बसपा में शामिल हो गए थे। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में वह बसपा के टिकट पर बलिया के फेफना विधानसभा क्षेत्र से लड़े लेकिन हार गए। पिछले जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में उनके पुत्र को समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया तो चौधरी ने बसपा छोड़ दी।
चौधरी के पुत्र के जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत मिलने के बाद से ही यह संकेत मिल रहे थे कि अंबिका चौधरी सपा में शामिल होंगे और शनिवार को वह विधिवत सपा में शामिल हो गये। सपा में वापसी के बाद अंबिका चौधरी भावुक हो गये और मंच पर अखिलेश यादव के सामने ही फूट फूट कर रो पड़े।
सपा प्रमुख ने उन्हें तसल्ली देते हुए कहा कि राजनीति में उतार चढ़ाव आते हैं लेकिन सही समय पर जो साथ हैं वही साथी हैं। बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई सिबगतुल्ला अंसारी 2007 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर गाजीपुर जिले की मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे।
उन्होंने वर्ष 2012 में अपने भाइयों की पार्टी कौमी एकता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की लेकिन 2017 में वह बसपा के टिकट पर चुनाव लड़कर हार गये थे। अंसारी के इस फैसले से संकेत मिला है कि उनके भाई भी सपा की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। हालांकि, जब पत्रकारों ने सिबगतुल्लाह अंसारी से पूछा कि क्या अफजाल अंसारी भी सपा में आएंगे तो उन्होंने कहा कि इसका फैसला अफजाल अंसारी को ही करना है।