मुंबई: योग गुरु स्वामी रामदेव ने महिलाओं को लेकर एक विवादित बयान दिया है जिसे लेकर अब उनकी खूब आलोचना हो रही है। दरअसल, एक योग शिविर के दौरान योग गुरू को यह कहते हुए सुना गया है कि महिलाएं अगर मेरी तरह कपड़े न पहने तो भी वे अच्छी लगती है। इस घटना का वीडियो खूब वायरल हो रहा है।
योग गुरू के इस बयान को लेकर उनकी जमकर आलोचना हो रही है। बाबा के इस बयान पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने भी निंदा की है। आपको बता दें कि बाबा ने यह बयान तब दिया जब वहां स्टेज पर राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की पत्नी अमृता फड़नवीस वहां मौजूद थी।
स्वामी रामदेव ने क्या कहा है
आपको बता दें कि पुणे में आयोजित एक योग शिविर के दौरान योग गुरू ने यह बयान दिया है। इसका एक वीडियो भी जारी हुआ है जिसमें बाबा को महिलाओं को लेकर बयान देते हुए देखा गया है।
वीडियो में योग गुरू ने कहा, "बहुत बदनसीब हैं आप। सामने के लोगों को साड़ी पहनने का मौका मिल गया, पीछे वालों को मिला ही नहीं। आप साड़ी पहन के भी अच्छी लगती हैं, सलवार सूट में भी अमृता की तरह अच्छी लगती हैं और मेरी तरह कोई ना भी पहने तो भी अच्छी लगती हैं। अब तो लोग लोक लज्जा के लिए पहन लेते हैं। बच्चों को कौन कपड़े पहनाता है पहले। हम तो आठ दस सालों तक तो ऐसे ही नंगे घूमते रहते थे। ये तो अब जाकर पांच-लेयर बच्चों के कपड़ों पर आई है।"
बाबा के इस बयान को लेकर स्वाति मालिवाल ने निंदा की है
योग गुरू का जब यह बयान वायरल हुआ है तब दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने इस पर बयान दिया है। मामले की निंदा करते हुए स्वाति मालिवाल ने ट्वीट किया है और कहा है, "महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री जी की पत्नी के सामने स्वामी रामदेव द्वारा महिलाओं पर की गई टिप्पणी अमर्यादित और निंदनीय है। इस बयान से सभी महिलाएँ आहत हुई हैं, बाबा रामदेव जी को इस बयान पर देश से माफ़ी माँगनी चाहिए!"
वीडियो वायरल पर संजय राउत ने उठाया सवाल
इस पूरे विवाद पर बोलते हुए उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना नेता संजय राउत ने सवाल उठाया है और कहा है कि ‘जब बाबा रामदेव ऐसा कह रहे थे, तब वहां उप मुख्यमंत्री की पत्नी मौजूद थीं. ऐसी बातें सुनकर हमारी अमृता भाभी चुप कैसे रह गईं?’
उन्होंने यह भी कहा कि जब राज्यपाल शिवाजी पर अपमानजनक टिप्पणी करते है और कर्नाटक के मुख्यमंत्री महाराष्ट्र की गांवों को अपनी सीमा में लेना चाहते है तभी भी सरकार कुछ नहीं बोलती है। यही नहीं अब जब बाबा रामदेव भी ऐसे बयान दे रहे है तब भी महाराष्ट्र की सरकार चुप रहती है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार अपनी जुबान दिल्ली के पास गिरवी रखी है क्या?