lucknow news: आजम खां कार्यकाल में भर्ती, जल निगम में नियुक्ति, 122 सहायक, 853 जूनियर इंजीनियर और 325 लिपिक सस्पेंड

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 4, 2020 08:19 PM2020-03-04T20:19:09+5:302020-03-04T20:20:30+5:30

सोमवार को जारी आदेश के मुताबिक पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में जल निगम में भर्ती किये गये 122 सहायक इंजीनियरों, 853 जूनियर इंजीनियरों और 325 लिपिकों की नियुक्ति को विशेष जांच दल (एसआईटी) और विभाग की रिपोर्ट के आधार पर रद्द करते हुए उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जाता है।

Azam Khan's tenure recruitment, 122 Assistant Engineers appointed in Jal Nigam, 853 Junior Engineers and 325 Clerical suspend | lucknow news: आजम खां कार्यकाल में भर्ती, जल निगम में नियुक्ति, 122 सहायक, 853 जूनियर इंजीनियर और 325 लिपिक सस्पेंड

वर्ष 2016—17 में हुई इन भर्तियों के समय जल निगम उन्हीं के विभाग के अधीन था।

Highlightsआदेश में स्पष्ट किया गया है कि लिपिकों को अब तक दिए गए वेतन-भत्ते आदि की वसूली नहीं की जाएगी। धोखाधड़ी के मामले में जेल में बंद मोहम्मद आजम खां पिछली सरकार में नगर विकास विभाग के मंत्री थे।

लखनऊःउत्तर प्रदेश सरकार ने अखिलेश यादव नीत पूर्ववर्ती सपा सरकार में तत्कालीन नगर विकास मंत्री आजम खां के विभाग द्वारा संचालित जल निगम में हुई 1,300 कर्मचारियों की नियुक्ति निरस्त कर दी है। इन भर्तियों में गड़बड़ी का आरोप है।

जल निगम के अपर मुख्य अभियंता आई. के. श्रीवास्तव की ओर से सोमवार को जारी आदेश के मुताबिक पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में जल निगम में भर्ती किये गये 122 सहायक इंजीनियरों, 853 जूनियर इंजीनियरों और 325 लिपिकों की नियुक्ति को विशेष जांच दल (एसआईटी) और विभाग की रिपोर्ट के आधार पर रद्द करते हुए उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जाता है।

लेकिन, इस आदेश में स्पष्ट किया गया है कि लिपिकों को अब तक दिए गए वेतन-भत्ते आदि की वसूली नहीं की जाएगी। धोखाधड़ी के मामले में जेल में बंद मोहम्मद आजम खां पिछली सरकार में नगर विकास विभाग के मंत्री थे और वर्ष 2016—17 में हुई इन भर्तियों के समय जल निगम उन्हीं के विभाग के अधीन था।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन भर्तियों में अनियमितता की शिकायतें मिलने के बाद योगी सरकार ने 2017 में एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी और विभागीय जांच के बाद इन भर्तियों को रद्द किया गया है। एसआईटी ने अपनी जांच में कहा है कि परीक्षा कराने के लिये चुनी गयी मुंबई की एजेंसी ने सही चयन प्रक्रिया नहीं अपनायी।

परीक्षा में असफल रहे अभ्यर्थी अनियमितताओं का आरोप लगाते हुये अदालत की शरण में गये थे। अधिकारी ने बताया कि योगी सरकार ने सहायक इंजीनियरों की सेवायें पहले ही समाप्त कर दी थी लेकिन उन्हें उच्चतम न्यायालय से राहत मिल गयी थी। नये आदेश में सभी की सेवायें समाप्त कर दी गयी हैं। उन्होंने बताया कि परीक्षा कराने वाली एजेंसी के खिलाफ भी जांच करायी जायेगी। 

Web Title: Azam Khan's tenure recruitment, 122 Assistant Engineers appointed in Jal Nigam, 853 Junior Engineers and 325 Clerical suspend

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