Ayodhya Verdict: सुप्रीम कोर्ट फैसले के लिए इन 22 सवालों पर कर सकता है विचार, जानिए
By अभिषेक पाण्डेय | Published: November 9, 2019 09:43 AM2019-11-09T09:43:41+5:302019-11-09T09:43:41+5:30
Ayodhya Verdict: अयोध्या के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर आज सुनाए जाने वाले फैसले में सुप्रीम कोर्ट करेगा किन सवालों पर विचार
सुप्रीम कोर्ट बहुप्रतीक्षित अयोध्या के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर शनिवार को सुबह 10.30 बजे फैसला सुनाएगा। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में पांच जजों की संवैधानिक पीठ ने 40 दिनों की मैराथन सुनवाई के बाद 16 अक्टूबर को सुरक्षित रख लिया था।
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से पिछले 70 सालों से अयोध्या विवाद पर जारी कानूनी विवाद का भी पटाक्षेप होने की संभावना है। सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की पीठ, जिसमें चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस अब्दुस नजीर शामिल हैं, अयोध्या की 2.77 एकड़ विवादित भूमि पर अपना फैसला सुनाएंगे।
आइए जानते हैं कि वे कौन से प्रमुख सवाल हैं, जिन पर विचार करने के बाद सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाएगा।
अयोध्या फैसला: इन 22 सवालों पर विचार के बाद सुप्रीम कोर्ट सुनाएगा फैसला?
1.क्या विवादित ढांचा मस्जिद के रूप में माने जाने के योग्य है?
2.क्या मीनारों जैसी कुछ विशेषताओं का अभाव इसे मस्जिद के रूप माने जाने के योग्य नहीं बनाता है?
3.मस्जिद की ऐतिहासिकता क्या है?
4.यह कब बनाया गया था? विवादित ढांचा किसने बनवाया - बाबर या औरंगजेब ने?
5.क्या मुस्लिम पक्ष अपना स्वामित्व सिद्ध करता है?
6. किन दस्तावेजों के साथ?
7.क्या यह वक्फ संपत्ति के रूप में विवादित ढांचे को सफलतापूर्वक साबित करता है?
8.क्या मुस्लिम पक्ष प्रतिकूल कब्जे से अपना स्वामित्व साबित करते हैं?
9.क्या यह साबित होता है कि विवादित ढांचा लगातार 400 से अधिक वर्षों तक उनके पक्ष में रहा? क्या इस अवधि में बिना किसी बाधा के नमाज हुई?
10.राम लला विराजमान और निर्मोही अखाडा के बीच किसको हिंदू पक्ष से स्वामित्व प्राप्त है?
11.मुस्लिम पक्ष के दावों पर शिया वक्फ का क्या कहना है?
12.क्या हिंदू कानूनों में मर्यादा का कानून लागू होता है?
13.क्या राम एक जीवित ईश्वर हैं जो एक मूर्ति से परे/ बिना अस्तित्व में हो सकते हैं?
14.क्या राम के जन्मस्थान के रूप में अयोध्या से कोई देवत्व जुड़ा हो सकता है?
15.क्या इसका देवत्व के साथ संबंध, एक मंदिर में प्रार्थना करने के लिए हिंदू के अधिकारों के लिए अयोग्य है?
16.क्या मस्जिद केवल एक इबादतगाह है और इसलिए इस्लाम कबूल करना जरूरी नहीं है?
17.क्या मस्जिद से पहले कोई मंदिर स्थल पर मौजूद था?
18.क्या मध्ययुगीन ऐतिहासिक खातों को फैसले पर पहुंचने के लिए सबूत के रूप में लिया जाना चाहिए?
19.क्या फैसले के लिए केवल स्वतंत्रता के बाद के आधुनिक कानून का इस्तेमाल किया जाना चाहिए?
20.क्या निर्मोही अखाड़ा के पास यहां सेवैत (पूजा-पाठ) के अधिकार हैं?
21. क्या भक्त के रूप में अखाड़े के अधिकारों को स्वीकार करना हिंदू पक्ष को अनुमति देने का अधिकार देता है?
22.क्या इस्लामिक कानून के तहत दो धार्मिक स्थल एक ही भूखंड पर एक साथ हो सकते हैं?