Ayodhya Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रवेश केवल इस 'प्रवेशिका' के माध्यम ही संभव, निमंत्रण पत्र से नहीं मिलेगी एंट्री
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: January 19, 2024 02:25 PM2024-01-19T14:25:45+5:302024-01-19T14:29:36+5:30
ट्रस्ट ने एक पोस्ट में एक्स पर बताया किभगवान श्री रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव (Ram Mandir Pran Pratishtha Ceremony) में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई प्रवेशिका के माध्यम ही संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा।
Ramlala Pran Pratishtha: 22 जनवरी को होने वाले रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बारे में श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने एक अहम जानकारी दी है। ये सूचना प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में आमंत्रित लोगों के प्रवेश से संबंधित है।
ट्रस्ट ने एक पोस्ट में एक्स पर बताया, "भगवान श्री रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई प्रवेशिका के माध्यम ही संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा। प्रवेशिका पर बने QR code के मिलान के पश्चात ही परिसर के प्रवेश संभव हो पाएगा।" श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने प्रवेशिका का एक प्रारूप भी संलग्न किया है।
प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में आमंत्रित महानुभावों के लिए जानकारी:
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 19, 2024
भगवान श्री रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई प्रवेशिका के माध्यम ही संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा।… pic.twitter.com/3BkCpbJIbM
बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट द्वारा देश के जाने-माने लोगों को निमंत्रण भेजने का कार्य जारी है। इसके लिए राजनीति, खेल, सिनेमा और उद्योग सहित हर क्षेत्र की प्रमुख हस्तियों को निमंत्रण भेजा गया है।
प्राण प्रतिष्ठा और संबंधित आयोजनों का विवरण
आयोजन तिथि और स्थल: भगवान श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा योग का शुभ मुहूर्त, पौष शुक्ल कूर्म द्वादशी, विक्रम संवत 2080, यानी सोमवार, 22 जनवरी, 2024 को आ रहा है। भारतीय आध्यात्मिकता, धर्म, संप्रदाय, पूजा पद्धति, परंपरा के सभी विद्यालयों के आचार्य, 150 से अधिक परंपराओं के संत, महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, श्रीमहंत, महंत, नागा सहित 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, तातवासी, द्वीपवासी आदिवासी परंपराओं के प्रमुख व्यक्तियों की कार्यक्रम में उपस्थिति रहेगी, जो श्री राम मंदिर परिसर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दर्शन हेतु पधारेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल जी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में होगी।