Ayodhya Deepotsava: 5.51 लाख दीये जलाने का बना वर्ल्ड रिकॉर्ड, सीएम योगी ने कहा- पहले सरकारें अयोध्या के नाम से डरती थीं
By विनीत कुमार | Updated: October 26, 2019 19:19 IST2019-10-26T19:17:42+5:302019-10-26T19:19:55+5:30
अयोध्या में शनिवार को 5.51 लाख दीये जलाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम हुआ। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।

अयोध्या में बना अनूठा वर्ल्ड रिकॉर्ड (फोटो-एएनआई)
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में शनिवार को दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें 5.51 लाख दीये जलाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम हुआ। सरयू नदी के किनारे राम की पैड़ी में आयोजित इस कार्यक्रम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी शामिल हुईं।
इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने 226 करोड़ की परियोजनाओं का भी लोकार्पण किया। योगी आदित्यनाथ ने साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा, 'पीएम मोदी ने राम राज्य की धारणा को साकार किया है।'
'Deepotsava' celebrations underway at Ram ki Paidi in Ayodhya. pic.twitter.com/Bup5MLwMfq
— ANI UP (@ANINewsUP) October 26, 2019
इस कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर भी तंज कसा और कहा, 'पहले की सरकारें अयोध्या के नाम से डरती थीं, लेकिन मैं अपने कार्यकाल के दौरान में डेढ़ दर्जन बार आ चुका हूं। राम की परंपरा पर हम सबको गौरव की अनुभूति होती है। पीएम मोदी ने राम राज्य की धारणा को साकार किया।' योगी ने साथ ही कहा, 'भारत किसी को छेड़ता नहीं लेकिन अगर कोई छेड़ता है तो फिर उसको छोड़ता नहीं। आज भारत उस स्थिति में पहुंच चुका है।'
UP CM Yogi Adityanath in Ayodhya: Bharat kisi ko chedta nahi, lekin agar koi chedta hai toh phir usko chorta nahi...aaj Bharat us sthiti mein pahunch chuka hai. pic.twitter.com/cgTugCh8Kk
— ANI UP (@ANINewsUP) October 26, 2019
योगी ने कहा, 'अयोध्या की पहचान दुनियाभर के सनातनियों के लिए वैसी ही है, जैसे अन्य धर्मों के अनुयाइयों के लिए उनकी विरासत है।' मुख्यमंत्रियों ने कहा कि सरकार केंद्र और प्रदेश के स्तर पर सभी तरह की योजनाओं को बिना जाति, पंथ के भेदभाव के बिना सभी तक पहुंचाने का काम कर रही है और यही राम राज्य है।
योगी सरकार पहले ही अयोध्या के दीपोत्सव मेले को ‘राज्य मेले’ का दर्जा देने के प्रस्ताव पर मुहर लगा चुकी थी। ऐसे में दीपोत्सव मेले का खर्च अब जिलाधिकारी के जरिए राज्य सरकार उठा रही है।