अयोध्या मामला: सुप्रीम कोर्ट ने कहा- निर्मोही अखाड़ा राम लला की मूर्ति का उपासक या अनुयायी नहीं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 9, 2019 11:45 IST2019-11-09T11:45:28+5:302019-11-09T11:45:28+5:30
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने अपने फैसले में कहा कि निर्मोही अखाड़े का दावा कानूनी समय सीमा के तहत प्रतिबंधित है।

फैसले में कहा कि निर्मोही अखाड़े का दावा कानूनी समय सीमा के तहत प्रतिबंधित है।
उच्चतम न्यायालय ने शनिवार को राजनीतिक दृष्टि से संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में कहा कि निर्मोही अखाड़ा राम लला की मूर्ति का उपासक या अनुयायी नहीं है।
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने अपने फैसले में कहा कि निर्मोही अखाड़े का दावा कानूनी समय सीमा के तहत प्रतिबंधित है। संविधान पीठ के अन्य सदस्यों में न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर शामिल हैं।
अयोध्या फैसला : शनिवार को जामिया में नहीं होगी कोई क्लास
जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने शुक्रवार रात कहा कि विश्वविद्यालय में शनिवार को कोई ‘क्लास’ नहीं होगी। सूत्रों ने बताया कि अयोध्या मामले पर शनिवार को आने वाले फैसले के मद्देनजर एहतियाती उपाय के तहत प्रशासन ने यह फैसला किया है।
विश्वविद्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘ शनिवार और रविवार को जामिया में कोई भी क्लास नहीं ली जाएगी।’’ इस संवेदनशील मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से पहले शुक्रवार को विश्वविद्यालय की कुलपति नजमा अख्तर ने शांति और सद्भाव बनाये रखने की अपील की।
अयोध्या फैसला: राजस्थान में स्कूलों, कॉलेजों में छुट्टी
अयोध्या मामले में शनिवार सुबह आने वाले उच्चतम न्यायालय के फैसले के मद्देनजर राजस्थान के सभी स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार देर रात अधिकारियों को शनिवार को अवकाश घोषित करने के निर्देश दिए। पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एम एल लाठर ने बताया कि संभावित फैसले को देखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
अयोध्या फैसला: गुजरात में पुलिस को किया गया हाई अलर्ट
रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मालिकाना हक के संवेदनशील मामले में उच्चतम न्यायालय का शनिवार को फैसला आने के मद्देनजर गुजरात में पुलिस को हाई अलर्ट कर दिया गया है। सीआईडी (अपराध एवं रेलवे) के डीजीपी आशीष भाटिया ने बताया कि संवेदनशील इलाकों पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और सड़कों पर गश्त बढ़ा दी गई है। अहमदाबाद में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में स्थानीय पुलिस की मदद करने के लिए एसआरपी की 26 कंपनियां तैनात की गई हैं।
अहमदाबाद अतीत में भी साम्प्रदायिक दंगों का गवाह बन चुका है। अहमदाबाद पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे भाटिया ने कहा, ‘‘वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में मौजूद रहेंगे। संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त की जा रही है। हम असामाजिक तत्वों पर भी कड़ी नजर रख रहे हैं। कल (शुक्रवार) रात से होटल और वाहनों की जांच की जा रही है।’’ उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर द्रुत कार्य बल को तैनात किया जाएगा।