लद्दाख में सियाचिन आधार शिविर पर हिमस्खलन, तीन सैनिकों की गई जान
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: September 9, 2025 17:37 IST2025-09-09T17:29:41+5:302025-09-09T17:37:56+5:30
लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर में मंगलवार को हुए एक बड़े हिमस्खलन में तीन सैन्यकर्मियों की जान चली गई।

सांकेतिक फोटो
लद्दाखः लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर में हुए भीषण हिमस्खलन में तीन सैन्यकर्मियों की मौत हो गई। बचाव अभियान जारी है। अन्य को निकालने के लिए क्षेत्र में बचाव अभियान जारी है। सियाचिन ग्लेशियर, जिसे अक्सर दुनिया का सबसे ऊँचा युद्धक्षेत्र कहा जाता है। पूर्वी काराकोरम पर्वतमाला में लगभग 20,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ तैनात सैनिक -60°C तक गिरते तापमान, कम ऑक्सीजन स्तर, हिमस्खलन और दुर्गम इलाकों जैसी विषम परिस्थितियों का सामना करते हैं। सियाचिन में तैनात सैनिकों के लिए, जोखिम दुश्मन की गोलीबारी से कहीं ज़्यादा हैं।
Avalanche hits Siachen base camp in Ladakh; three soldiers killed: Officials. pic.twitter.com/VxDmUyEQIv
— Press Trust of India (@PTI_News) September 9, 2025
शीतदंश, हाइपोक्सिया और अचानक हिमस्खलन एक ऐसी जगह पर रोज़मर्रा के खतरे हैं जहाँ सिर्फ़ ज़िंदा रहना ही एक जंग है। यह इस तरह की पहली त्रासदी नहीं है। 2021 में हनीफ़ सब-सेक्टर में दो सैनिक बर्फ में दब गए थे, इससे पहले कि छह घंटे के अभियान में बर्फ में फंसे बाकी सैनिकों और पोर्टरों को बाहर निकाला जा सके। 2019 में हिमस्खलन में चार सैनिकों और दो पोर्टरों की जान चली गई थी।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में हिमस्खलन होने के कारण तीन सैनिकों की जान चली गई। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रविवार को 12,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन आधार शिविर क्षेत्र में हिमस्खलन हुआ, जिसमें दो अग्निवीर सहित तीन सैनिक फंस गए। बचाव अभियान शुरू किया गया और फंसे सैनिकों के शव निकाल लिए गए।