पीएम मोदी, आडवाणी और मोहन भागवत ने प्रार्थना सभा में दी अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि
By स्वाति सिंह | Published: August 20, 2018 05:04 PM2018-08-20T17:04:22+5:302018-08-20T17:36:08+5:30
दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में सार्वजनिक प्रार्थना सभा में मोदी सरकार के सभी मंत्री शामिल हुए थे। इसके साथ विपक्ष के भी कई नेता यहां मौजूद थे।
नई दिल्ली, 20 अगस्त: बीजेपी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए सोमवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में सार्वजनिक प्रार्थना सभा का आयोजन किया। इस सभा में मोदी सरकार के सभी मंत्री शामिल हुए थे। इसके साथ विपक्ष के भी कई नेता यहां मौजूद थे।
इसके साथ ही प्रार्थना सभा में योगगुरु बाबा रामदेव और अन्य कई आध्यात्म गुरु भी शामिल हुए। इस दौरान बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी वाजपेयी जी को संबोधित करते हुए कहा कि इतनी सभाएं संबोधित की है, कभी सोचा नहीं था ऐसी सभा भी संबोधित करूंगा। उन्होंने कहा ' मैंने एक किताब लिखी थी। लेकिन मुझे इस बात का बेहद दुःख हुआ था क्योंकि उस किताब के विमोचन में अटल जी मेरे साथ नहीं थे।
I have addressed several public meetings but I had never thought that I will once have to address a meeting like this, a meeting where Atal ji would not be there: Senior BJP leader LK Advani at #AtalBihariVajpayee's prayer meeting pic.twitter.com/rEvAY3RhY3
— ANI (@ANI) August 20, 2018
उन्होंने आगे कहा अटल जी को खाना बनाने का भी बहुत शौक था, वह बहुत ही स्वादिष्ट खाना पकाते थे चाहे वह खिचड़ी ही न क्यों हो। मैंने अटल जी से बहुत कुछ पाया है। अंत में अडवानी ने कहा 'उनकी गैरमौजूदगी में बोलने पर मुझे बेहद दुख हो रहा है।'
I consider myself fortunate that my friendship with Atal ji lasted for 65 years during which I watched him closely. Working together, we shared our experiences, watched films together and read books together: Senior BJP leader LK Advani at #AtalBihariVajpayee's prayer meeting pic.twitter.com/6epJLVt1tN
— ANI (@ANI) August 20, 2018
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा '11 मई को भारत में परमाणु परीक्षण अटल जी की दृढ़ता की वजह से हुआ। हालांकि उसके बाद से दुनिया ने भारत पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिया। लेकिन बावजूद इसके वह अटल जी ही थे जो 11 मई को परीक्षण के बाद 13 मई को एक बार फिर दुनिया को चुनौती देते हुए भारत की ताकत का अहसास दिलाया।'
When he formed govt for 13 days, no party was willing to support him. As a result govt fell. Yesterday, Bajrang Punia, who I think has never seen him dedicated his gold medal to Atal ji, I think this says a lot about his personality:PM Modi at #AtalBihariVajpayee's prayer meeting pic.twitter.com/n29Zk6f762
— ANI (@ANI) August 20, 2018
पीएम मोदी ने कहा हमारा जीवन कितना लंबा हो यह तो हमारे बस में नहीं है लेकिन कैसा हो यह पूरी तरह से हमपर निर्भर करता है और इस बात को अटल जी ने जी करके दिखाया है। मोदी ने कहा 'अटल जी केवल नाम से ही अटल नहीं उनके व्यवहार में भी अटल भाव नजर आता है।'
Atal Ji's life was for the people of India. In his youth itself he had decided that he wanted to serve his fellow Indians. He entered politics when only one party dominated the political discourse: PM Narendra Modi at #AtalBihariVajpayee's prayer meeting in Delhi. pic.twitter.com/NmbIArHUfI
— ANI (@ANI) August 20, 2018
Atal Ji's life was for the people of India. In his youth itself he had decided that he wanted to serve his fellow Indians. He entered politics when only one party dominated the political discourse: PM Narendra Modi at #AtalBihariVajpayee's prayer meeting in Delhi. pic.twitter.com/NmbIArHUfI
— ANI (@ANI) August 20, 2018
इस दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा 'बीजेपी को सींचने वाले अटल जी ही हैं। उन्होंने कहा अटल जी की सबके साथ मित्रता थी।मैं खुद उनका भाषण सुनने जाता था। उन्होंने कहा कि अटल जी ने विपरीत हालात में भी काम किया। सार्वजनिक जीवन पर इतनी ऊंचाई पर पहुंचने के बाद भी वे सामान्य जन के प्रति बेहद संवेदनशील थे। कितनी भी कठिन परिस्थितियां क्यों ना हो उनके अंदर एक कवि जिंदा रहता था। उन्होंने कहा राजनीति में आने के बाद भी उन्होंने एक स्वयंसेवक की संवेदनाओं को बनाए रखने के लिए एक आदर्श पेश किया।
बीते दिन ही उत्तराखंड के हरिद्वार में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां गंगा में विसर्जित कर दी गई। अटल बिहारी वाजपेयी की बेटी नमिता भट्टाचार्य ने गंगा में उनकी अस्थियां रविवार को गंगा में विसर्जित किया। इससे पहले अस्थि कलश यात्रा निकाली गई। इसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आदि शामिल हुए थे।
अस्थि कलश यात्रा हरिद्वार के पन्ना लाल भल्ला म्यूनिसिपल इंटर कॉलेज से निकलकर प्रेम आश्रम पहुंची थी। उस दौरान भारी भीड़ ने यात्रा में हिस्सा लिया। अस्थि विसर्जन के समय भी अटल बिहारी चाहने वालों का तांता लगा रहा था।
गौरतलब है कि गुरुवार को अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली। इसके बाद केंद्र सरकार ने 7 दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया है। उनके निधन के बाद कई राज्यों में भी राजकीय शोक का ऐलान किया गया था।