व्यापारी के परिजनों को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता देने का आश्वासन

By भाषा | Updated: September 30, 2021 17:01 IST2021-09-30T17:01:57+5:302021-09-30T17:01:57+5:30

Assurance of giving government job and financial assistance to the family of the businessman | व्यापारी के परिजनों को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता देने का आश्वासन

व्यापारी के परिजनों को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता देने का आश्वासन

कानपुर (उप्र), 30 सितंबर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता के परिवार से मुलाकात की और उनकी मांगों को स्वीकार करते हुए उन्हें पूर्ण न्याय का आश्वासन दिया।

मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने यहां मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद संवाददाताओं को बताया, "मुख्यमंत्री ने हमारी सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है और हम मुलाकात से संतुष्ट हैं।"

उन्होंने कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री ने हमारी मांग के अनुसार सीबीआई जांच के लिए एक आवेदन मांगा है और सरकारी नौकरी के साथ-साथ मेरे बेटे के भविष्य के लिए वित्तीय सुरक्षा की मेरी मांग को स्वीकार कर लिया है।’’

मीनाक्षी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कहा कि मामला गोरखपुर से कानपुर स्थानांतरित किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘ एक परिवार के मुखिया की तरह उन्होंने हमारी सभी समस्याओं को सुना है और मैं उनकी आभारी हूं।’’

उन्होंने कहा कि वह दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहती हैं और उन्हें विश्वास है कि अब परिवार के साथ कोई अन्याय नहीं होगा।

लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि मीनाक्षी गुप्ता को कानपुर विकास प्राधिकरण में ओएसडी (विशेष कार्याधिकारी) की नौकरी दी जाएगी ।

इससे पहले यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में कानपुर के व्यापारी की कथित तौर पर पुलिस द्वारा पिटाई के बाद मौत को एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना करार देते हुये कहा कि दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री ने यहां कई विकास योजनाओं की आधारशिला रखने और उदघाटन करने के बाद जनसभा में कहा , ‘‘एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी और यह हमारा कर्तव्य है कि हम उन लोगों के साथ रहें जिन्होंने इसका सामना किया है। दोषी पाए जाने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।’’

उन्होंने कहा, "आप सभी जानते हैं कि हमारी सरकार की अपराध और अपराधियों को बिल्कुल बर्दाश्त की नीति है,अपराधी सरकार के लिए अपराधी हैं।''

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने गोरखपुर पुलिस से कहा था कि जिस दिन घटना उनके संज्ञान में आए उसी दिन तुरंत मामले में प्राथमिकी दर्ज की जाए ।

दिवंगत व्यापारी के परिवार से मिलने के लिए यहां पहुंचे विपक्षी नेताओं का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस पर हैरान हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने सुबह ही अधिकारियों से कहा था कि वह यहां अपने दौरे के दौरान मृतक के परिवार से मिलना चाहेंगे ।

आज सुबह समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मनीष गुप्ता के परिजनों से मिलने कानपुर पहुंचे थे ।

गौरतलब है कि गत सोमवार देर रात गोरखपुर जिले के रामगढ़ ताल इलाके में पुलिस ने एक होटल में तलाशी ली थी। आरोप है कि किसी अन्य व्यक्ति के पहचान पत्र के आधार पर होटल के एक कमरे में रुके तीन व्यवसायियों से पूछताछ के दौरान पुलिस ने उन्हें मारा पीटा था। सिर में चोट लगने से उनमें से मनीष गुप्ता (36) नामक कारोबारी की गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी।

इस मामले में सभी छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करके उन्हें निलंबित कर दिया गया है। वहीं, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने इस मुद्दे पर सरकार की कड़ी निंदा करते हुए प्रकरण की सीबीआई से जांच की मांग की है।

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Web Title: Assurance of giving government job and financial assistance to the family of the businessman

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