Assembly Elections 2023: "पांचों राज्य के मतदाता मोदीजी के नाम पर भाजपा को आशीर्वाद देंगे", ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव तारीखों के ऐलान पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 9, 2023 03:23 PM2023-10-09T15:23:09+5:302023-10-09T15:26:11+5:30
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव आयोग द्वारा पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान पर कहा कि पांचों राज्यों के मतदाता मोदीजी के नेतृत्व में हुए विकास के लिए भाजपा को वोट देंगे।
ग्वालियर: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव आयोग द्वारा आगामी 7 नवंबर से शुरू होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तरीखों पर कहा कि भाजपा को चुनाव आयोग का आदेश शिरोधार्य है और वह आयोग के हर फैसले का पालन करेगी।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा, "चुनाव आयोग ने जो फैसला किया है, भाजपा उसका पालन करेगी।चुनाव में मतदान सबसे बड़ा है। मेरा मानना है कि पांचों राज्यों के मतदाता मोदीजी के नेतृत्व में हुए विकास और भाजपा के सुशासन के लिए अपना आशीर्वाद देंगे।"
इसके साथ कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला के दावे, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि जिन पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, उनमें से चार राज्यों में कांग्रेस सरकार बना रही है। भाजपा नेता सिंधिया ने कहा कि राजनीति में कोई ज्योतिष नहीं है और हर किसी को जनता के फैसले को स्वीकार करना होता है।
उन्होंने कहा, "मैं इस बात को पहले भी कह चुका हूं कि राजनीति में कोई ज्योतिष नहीं होता है। जनता के आशीर्वाद और जनादेश का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है। मुझे पूरा विश्वास है कि मध्य प्रदेश में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ फिर से सरकार बनाएगी।"
मालूम हो कि चुनाव आयोग ने सोमवार को मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की। आयोग के अनुसार मिजोरम में 7 नवंबर, छत्तीसगढ़ में 7 नवंबर और 17 नवंबर, मध्य प्रदेश में 17 नवंबर, राजस्थान में 23 नवंबर और तेलंगाना में 30 नवंबर को चुनाव होंगे।
वहीं पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती 3 दिसंबर को एक साथ होगी। निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने पत्रकारों के साथ बात करते हुए कहा कि चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ सभी 5 राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।
मध्य प्रदेश में साल 2018 के चुनाव में विधानसभा की कुल 230 सीटों पर कांग्रेस ने 41.5 फीसदी वोट शेयर हासिल करते हुए 114 सीटें जीतीं, वहीं भाजपा 109 सीटों और 41.6 फीसदी वोट शेयर के साथ दूसरे स्थान पर थी।
हालांकि साल 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत की और उनके गुट के कुछ विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने बहुमत खो दिया था और बाद में शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में भाजपा की सरकार बनी थी।