पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने असम के मतदाताओं के नाम एक वीडियो जारी करते हुए उनसे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट देने की अपील की है। मनमोहन सिंह ने कहा कि समाज आज धर्म और भाषा के आधार पर बंट गया है और ऐसे में असम के लोगों को ऐसी सरकार चुननी चाहिए जो संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों में भरोसा करती हो।
मनमोहन सिंह ने अपने वीडियो संदेश में ये भी कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार सत्ता में आती है तो सीएए लागू नहीं किया जाएगा और इसे कानून को खत्म करने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस असम के भाषा, संस्कृति और इतिहास की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
मनमोहन सिंह असम से 28 सालों से (1991-2019) राज्य सभा सांसद रहे हैं। मनमोहन सिंह ने इस बात का भी जिक्र किया और कहा कि असम के कारण वे देश की पांच साल तक बतौर वित्त मंत्री और फिर 10 साल तक प्रधानमंत्री के तौर पर सेवा कर सके।
उन्होंने लोगों को कांग्रेस को वोट देने की अपील करते हुए कहा, 'आपको उस सरकार के लिए वोट करना चाहिए जो लोकतंत्र के मूल्यों और संविधान को कायम रखता है। आपको उस सरकार के लिए वोट करना चाहिए जो हर नागरिक का ध्यान रखता हो, हर समाज का ध्यान रखता हो। आपको उस सरकार को वोट करना चाहिए जो सभी के विकास में विश्वास करता हो।'
मनोमहन सिंह के संदेश में तरुण गोगोई का जिक्र
मनमोहन सिंह ने अपने वीडियो संदेश में तरुण गोगोई का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि असम के लोगों ने लंबे समय तक अस्थिरता और अशांति देखी है और तरुण गोगोई के नेतृत्व में 2001 से 2016 के बीच शांति और विकास की एक नई शुरुआत देखने को मिली थी।
मनमोहन सिंह के अनुसार, 'लेकिन अब इन प्रयासों को एक धक्का पहुंचा है। समाज धर्म, संस्कृति और भाषा पर बंट गया है। आम लोगों के मूल अधिकारों को छीना जा रहा है। डर और तनाव का माहौल है।'
उन्होंने आगे कहा, 'आज मैं आपमें से ही एक बन कर बोल रहा हूं। एक बार फिर विधानसभा चुनाव में वोट देने का समय आ गया है और आपको सोच-समझ कर वोट डालना चाहिए।'
खराब अर्थव्यवस्था और महंगाई ने बढ़ाई मुश्किल: मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह ने कहा कि अर्थव्यवस्था पहले ही नोटबंदी और खराब तरीके से लागू किए गए जीएसटी के कारण चुनौती झेल रही थी और अब कोविड-19 महामारी ने स्थिकि और विकट बना दिया है। मनमोहन सिंह ने साथ ही कहा कि पेट्रोल, डीजल, गैस के बढ़े हुए दामों ने भी आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
मनमोहन सिंह ने बेरोजगारी का भी जिक्र किया और कहा कि पार्टी अपने वादों को निभाने में कामयाब होगी। उन्होंने कहा कि राज्य में पांच लाख नौकरी पब्लिक सेक्टर में 25 लाख नौकरी प्राइवेट सेक्टर में दिए जाएंगे।
बताते चलें कि असम में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को है। इसके बाद एक और 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। नतीजे 2 मई को आएंगे।