नाबालिग से रेप मामला: आखिर जेल में क्यों सुनाया जा रहा है आसाराम के खिलाफ फैसला?
By स्वाति सिंह | Published: April 25, 2018 06:37 AM2018-04-25T06:37:48+5:302018-04-25T09:16:02+5:30
बुधवार को जोधपुर अदालत आसाराम के खिलाफ अपना फैसला सुनाएगी। जोधपुर में मंगलवार से ही सुरक्षा बढ़ा दी गई है और निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
जोधपुर, 25 अप्रैल: नाबालिग से बलात्कार मामले के आरोपी आसाराम के खिलाफ बुधवार को जोधपुर कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी। मामले की सुनवाई कर रहे जज मधुसूदन शर्मा बुधवार सुबह 8: 30 बजे के बाद जोधपुर सेंट्रल जेल में ही तैयार किए गए कोर्ट में अपना फैसला सुनाएंगे। बुधवार 8: 30 बजे मामले की सुनवाई शुरू हो सकती है। कोर्ट ने 7 अप्रैल को ही मामले की सुनवाई पूरी कर ली थी इसके बाद फैसले को सुरक्षित रखा गया था।
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आखिर क्यों लगेगा जेल में कोर्ट?
7 अप्रैल 2018 में जब मामले स्पेशल एससी-एसटी कोर्ट में बहस पूरी हुई राजस्थान सरकार ने उसी समय हाई कोर्ट में अपील की थी कि आसाराम मामले पर फैसला जेल के अंदर कोर्ट लगाकर सुनाया जाए। राजस्थान सरकार का यह परामर्श डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के जुर्म में सजा सुनाए जाने के बाद हरियाणा, पंजाब तथा चंडीगढ़ में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के मद्देनजर रख कर दिया गया था। अपनी अपील के पीछे वसुंधरा सरकार ने हाईकोर्ट के सामने इंटेलिजेंस रिपोर्ट पेश की।
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इंटेलिजेंस रिपोर्ट की मानें तो इसकी आशंका है कि जोधपुर का आम जन-जीवन इस फैसले से प्रभावित हो सकता है। इसके साथ ही यहां की शांति व्यवस्था भी बिगड़ सकती है। इंटेलिजेंस रिपोर्ट में आसाराम के समथकों द्वारा हिंसा किए जाने की भी आशंका है। जिससे सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंच सकता है।
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राजस्थान सरकार की इस इंटेलिजेंस रिपोर्ट को ध्यान में रखकर हाईकोर्ट ने जोधपुर कोर्ट को आसाराम मामले में फैसला जोधपुर सेंट्रल जेल के अंदर ही कोर्ट बनाकर फैसला सुनाने का निर्देश दिया है।