असदुद्दीन ओवैसी का सीएम योगी आदित्यनाथ पर पलटवार, पूछा- क्या भारत के मूल निवासी नहीं हैं मुसलमान?
By मनाली रस्तोगी | Updated: July 12, 2022 17:20 IST2022-07-12T17:11:58+5:302022-07-12T17:20:00+5:30
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उनकी "जनसंख्या असंतुलन" टिप्पणी को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को पलटवार किया।

असदुद्दीन ओवैसी का सीएम योगी आदित्यनाथ पर पलटवार, पूछा- क्या भारत के मूल निवासी नहीं हैं मुसलमान?
हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उनकी "जनसंख्या असंतुलन" टिप्पणी पर पलटवार किया, जिसमें विभिन्न समुदायों की आबादी में असमान वृद्धि का सुझाव दिया गया था। यह पूछने से पहले कि क्या मुसलमान भारत के मूल निवासी नहीं हैं, ओवैसी ने सुझाव दिया कि उत्तर प्रदेश में वांछित प्रजनन दर 2026-30 तक बिना किसी कानून के हासिल कर ली जाएगी।
उन्होंने यह भी दावा किया कि देश में कुल प्रजनन दर 2016 में 2.6 से घटकर 2.3 हो गई है और भारत का जनसांख्यिकीय लाभांश सभी देशों में सबसे अच्छा है। सीएम योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा, "क्या मुसलमान भारत के मूल निवासी नहीं हैं? यदि हम वास्तविकता देखें, तो मूल निवासी केवल आदिवासी और द्रविड़ लोग हैं। उत्तर प्रदेश में बिना किसी कानून के वांछित प्रजनन दर 2026-2030 तक प्राप्त कर ली जाएगी।"
Their own health minister said that no law is needed in the country for population control. It's Muslims who're using most contraceptives. Total fertility rate which was 2.6 in 2016 is now 2.3. Country's demographic dividend is best among all countries: Asaduddin Owaisi, AIMIM pic.twitter.com/Y3qBedXTBG
— ANI (@ANI) July 12, 2022
ओवैसी ने आगे कहा, "उनके अपने स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए देश में किसी कानून की जरूरत नहीं है. ज्यादातर गर्भनिरोधक का इस्तेमाल मुसलमान ही कर रहे हैं। 2016 में कुल प्रजनन दर 2.6 थी जो अब 2.3 है। देश का जनसांख्यिकीय लाभांश सभी देशों में सबसे अच्छा है।" सोमवार को उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आगे बढ़ना चाहिए, लेकिन साथ ही "जनसंख्या असंतुलन" की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा था कि पिछले पांच दशकों से जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रति जागरूकता संबंधी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। यदि हमारे पास कुशल जनशक्ति है तो यह समाज के लिए एक उपलब्धि है, लेकिन जहां बीमारियां हैं, संसाधनों की कमी है और अव्यवस्था है, वहां जनसंख्या विस्फोट अपने आप में एक चुनौती बन जाता है। उत्तर प्रदेश को देश में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य बताते हुए योगी ने कहा, "आशा बहनें, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, ग्राम प्रधान, शिक्षक और अन्य लोग स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम कर सकते हैं। इस दिशा में सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।"