नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के पत्र का जवाब दिया और उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति पर ध्यान देने की सलाह दी। एलजी ने अपने पत्र में कहा कि वह सीएम केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से मिलने के लिए सहमत हुए। हालांकि, सीएम ने 70-80 विधायकों के साथ उनसे मिलने पर जोर दिया, जिसे एलजी ने खारिज कर दिया।
अब केजरीवाल ने अपने जवाब में कहा कि सक्सेना उनसे पांच मिनट के लिए मिल सकते थे। केजरीवाल ने दिल्ली एलजी को लिखे अपने पत्र में कहा, "आप हमसे मिलने के लिए पांच मिनट निकाल सकते थे। अगर पूरी दिल्ली कैबिनेट, दिल्ली के विधायक आपके आवास के बाहर खड़े थे, तो जाहिर सी बात है कि यह दिल्ली से जुड़ा कोई अहम मुद्दा रहा होगा।"
वहीं, अपने पत्र की एक कॉपी ट्वीट करते हुए केजरीवाल ने लिखा, "आज सुबह एलजी साहब का पत्र मिला। उन्हें मेरा जवाब। सर, हमें अपना काम करने दीजिए, आप दिल्ली की कानून व्यवस्था ठीक कीजिए ताकि कंझावला जैसा दूसरा केस फिर ना हो।" बता दें, नए साल पर तड़के कंझावला में 20 वर्षीय युवती की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी थी और युवती को सुल्तानपुरी से कंझावाला तक करीब 12 किलोमीटर घसीटते हुई ले गई थी।
इस हादसे में युवती की मौत हो गई थी। उपराज्यपाल को लिखे पत्र में केजरीवाल ने आरोप लगाया कि सक्सेना को शहर की कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार के बजाय निर्वाचित सरकार के कार्यों में हस्तक्षेप करते देखा जा रहा है। केजरीवाल ने दावा किया कि निर्वाचित सरकार के रोजमर्रा के कार्यों में उपराज्यपाल के हस्तक्षेप से जनता में गुस्सा है।
इससे पहले दिन में दोनों पक्षों में जारी टकराव के बीच केजरीवाल को लिखे एक पत्र में उपराज्यपाल सक्सेना ने मुख्यमंत्री पर "भ्रामक और अपमानजनक" बयानबाजी करने का आरोप लगाया।
(भाषा इनपुट के साथ)