अरुणाचल प्रदेश में दलबदल से आहत जदयू ने भाजपा पर तरेरी आंखें, कहा-'भाजपा ने गठबंधन धर्म को ना निभाते हुए...'
By एस पी सिन्हा | Updated: December 27, 2020 20:13 IST2020-12-27T20:10:25+5:302020-12-27T20:13:01+5:30
बीजेपी शासित राज्यों में लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाए जा रहे हैं, वहीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इसे लेकर विरोध जताया गया है.

अरुणाचल प्रदेश में दलबदल से आहत जदयू ने भाजपा पर तरेरी आंखें, कहा-'भाजपा ने गठबंधन धर्म को ना निभाते हुए...'
पटना: राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद जनता दल यूनाइटेड ने उम्मीद के मुताबिक भाजपा के सामने आंखें तरेरी है. अरुणाचल प्रदेश में दलबदल से आहत जदयू ने भाजपा पर जमकर हमला बोला. जदयू के मुख्य महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि जदयू भाजपा के साथ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय से है. लेकिन भाजपा ने गठबंधन धर्म को ना निभाते हुए हमारी पार्टी से सदस्यों को तोड़ने का काम किया. वहीं, जदयू ने लव जिहाद के मसले पर भाजपा के स्टैंड का विरोध कर दिया है.
एक तरफ जहां बीजेपी शासित राज्यों में लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाए जा रहे हैं, वहीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इसे लेकर विरोध जताया गया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद एक पत्रकार वार्ता में केसी त्यागी ने कहा कि लव जिहाद से लेकर चिराग पासवान तक को किनारे कर दिया. केसी त्यागी ने कहा कि हमारी पार्टी लव जिहाद जैसे मुद्दों का विरोध करता है, हमारा स्पष्ट मानना है कि ऐसे मसलों से देश में सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ेगा. जदयू ने भाजपा का लव जिहाद के मसले पर भले ही विरोध किया हो, लेकिन इसके बावजूद त्यागी यह बताना नहीं भूले कि बिहार में इन मुद्दों के विरोध के बावजूद सरकार या गठबंधन पर कोई असर नहीं पडेगा. वहीं चिराग पासवान को लेकर कहा कि वे अब एनडीए का हिस्सा नहीं हैं. उनकी लोक जनशक्ति पार्टी ने बिहार में एनडीए को हराने का काम किया. उन्होंने कहा कि चिराग ना तो बिहार और ना ही दिल्ली में एनडीए के घटक हैं. लिहाजा अब उनके लिए एनडीए में कोई जगह नहीं बचती. त्यागी ने कहा कि प्रधानमंत्री खुद इस बात को स्पष्ट कर चुके हैं. साथ ही केसी त्यागी ने पत्रकारों को दिए जबाव में चिराग को एक ऐसा हनुमान बताया जो लंका की बजाय अयोध्या को ही जलाने निकल गए थे. जाहिर है चिराग पासवान की पार्टी ने विधानसभा चुनाव में जदयू को बहुत नुकसान पहुंचाया था.
वहीं, किसान आंदोलन के मसले पर जदयू की स्पष्ट राय है कि बिहार में आंदोलन का कोई असर नहीं है. नीतीश कुमार ने बिहार में किसानों के लिए जो काम किया है, उसकी वजह से यहां कोई विरोध नहीं है. इतना ही नहीं जदयू ने यह भी स्पष्ट तौर पर कहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व और उनके राजनीतिक कद में कोई गिरावट नहीं आई है. नीतीश का जलवा पहले की तरह बिहार में बना हुआ है. वहीं, पश्चिम बंगाल समेत आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू ने स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव लडने का फैसला जल्द ही संबंधित राज्यों के प्रदेश नेतृत्व के साथ मिल बैठकर तय हो जायेगा. इन सबके बीच कल तक बिल्कुल चुप्पी साधे नीतीश कुमार ने भाजपा के खिलाफ जोरदार बयान देते हुए कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद हमने कह दिया था कि मुख्यमंत्री बनने की चाहत मुझमें नहीं है, भाजपा अपना मुख्यमंत्री बनाए. हम सहयोग करेंगे.