अरुणाचल प्रदेश: तवांग में भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को एलएसी के पीछे धकेला, झड़प में दोनों पक्षों के कई सैनिक हुए घायल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 12, 2022 08:38 PM2022-12-12T20:38:41+5:302022-12-12T20:44:23+5:30
बीते 9 दिसंबर को भारत और चीन की सेना तवांग जिले के यंगस्ट में उस समय आमने-सामने हो गई थीं, जब चीनी सैनिकों ने एलएसी को पार करने का प्रयास किया था। भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों को वहीं से खदेड़ दिया। इस क्रम में दोनों पक्षों के कई सैनिक घायल हो गये हैं।
तवांग:अरुणाचल प्रदेश की तवांग सीमा पर एक बार फिर चीन के सैनिकों ने सीमा रेखा को पार करने के प्रयास किया था, जिसके जवाब में भारतीय सेना ने जबरदस्त कार्रवाई की, जिसमें कई चीनी सैनिक घायल बताये जा रहे है, वहीं कुछ भारतीय सैनिकों के भी घायल होने की सूचना मिल रही है।
जानकारी के मुताबिक बीते 9 दिसंबर को भारत और चीन की सेना तवांग जिले के यंगस्ट में आमने-सामने हुई थीं। इस संबंध में रक्षा मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में अवैध तरीके से घुसने का प्रयास किया, जिसे भारतीय सैनिकों ने विफल कर दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी तवांग में एलएसी को पार करने का प्रयास कर रही थी। चीनी सैनिकों के इस कदम का वहां तैनात भारतीय जवानों ने कड़ा विरोध किया। इस दौरान दोनों ओर से बेहद तीखी झड़प हुई। इस झड़प में चीन और भारत, दोनों देशों के सैनिक घायल हुए हैं लेकिन चीनी सैनिकों की संख्या ज्यादा बताई जा रही है। हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम में भारतीय सैनिकों ने वीरता का परिचय देते हुए दुश्मन फौज को एलएसी के उस पार धकेल दिया और चीनी सैनिक भारतीय सैनिकों के कड़े प्रतिरोध के कारण पीछे हट गये।
इस संबंध में रक्षा मंत्रालय की ओर से जानकारी के मुताबिक आपसी संघर्ष के थोड़े ही समय के बाद चीन के सैनिक मौके से पीछे हट गए। घटना के बाद भारतीय सेना के कमांडर और चीनी कमांडर ने तय प्रक्रिया के मुताबिक फ्लैग मीटिंग की और इलाके में बढ़े तनाव को कम करने का प्रयास किया। मालूम हो कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में एलएसी के आसपास कुछ इलाके ऐसे हैं, जिस पर चीन भी अवैध और गलत तरीके से अपना दावा करता है।
इन क्षेत्रों में दोनों देश अपने दावे की सीमा तक के क्षेत्र में गश्त करते हैं और यह सिलसिला साल 2006 से ही चल रहा है। ऐसा नहीं कि एलएसी पर चीन द्वारा इस तरह की हरकत पहली बार की गई है, इससे पहले भी चीनी सैनिक कई बार ऐसा कर चुके हैं लेकिन हर बार भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया है और वापस उनके इलाके में खदेड़ दिया है।