AIIMS ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का मेडिकल बुलेटिन किया जारी, जानें क्या कहते हैं डॉक्टर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 9, 2019 09:11 PM2019-08-09T21:11:17+5:302019-08-09T21:11:17+5:30
Arun Jaitley admitted to AIIMS: पेशे से वकील जेटली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत पहली राजग सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जेटली ने अपने स्वास्थ्य कारणों से 2019 लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा।
लंबे समय से बीमार चल रहे पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली (66) को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में आज (9 अगस्त) को भर्ती कराया गया। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक जेटली को सुबह 11 बजे AIIMS में भर्ती कराया गया था। उन्हें सीएन (न्यूरो कार्डियक) सेंटर में ऐडमिट कराया गया है। रात 9 बजे एम्स ने जेटली का मेडिकल रिपोर्ट जारी किया है। एम्स ने प्रेस रिलीज कर बताया है कि अरुण जेटली को आज सुबह हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इस समय कई डॉक्टरों की निगरानी में हैं। जेटली डॉक्टरों की निगरानी में आईसीयू में हैं। वर्तमान में उनकी तबीयत स्थिर है।
All India Institute of Medical Sciences, Delhi: Arun Jaitley was admitted to AIIMS today morning. He is currently undergoing treatment in the intensive care unit under the supervision of a multidisciplinary team of doctors. At present, he is haemodynamically stable. (file pic) pic.twitter.com/zqq8lK9dTP
— ANI (@ANI) August 9, 2019
डॉक्टरों की एक टीम जेटली की निगरानी कर रही है, जिसमें एंडोक्रिनोलॉजिस्ट्स, कार्डियोलॉजिस्ट्स और नेफ्रोलॉजिस्ट्स भी शामिल हैं। जेटली से मिलने के लिए गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी AIIMS पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जेटली से मिलकर AIIMS से वापस लौट आये हैं।
पिछली सरकार में वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली ने दोबारा मंत्रिमंडल में शामिल होने से मना कर दिया था। उन्होंने पत्र में लिख कर कहा था कि मुझे मंत्री बनाने पर विचार न करें। इसी साल मई में उपचार के लिए जेटली को एम्स में भर्ती कराया गया था। पेशे से वकील जेटली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत पहली राजग सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जेटली ने अपने स्वास्थ्य कारणों से 2019 लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। पिछले वर्ष 14 मई को जेटली का किडनी प्रतिरोपण हुआ था। अप्रैल 2018 से ही उन्होंने कार्यालय आना बंद कर दिया था और 23 अगस्त, 2018 को वित्त मंत्रालय में लौटे।