अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के आरोपों पर हमला करते हुए कहा, "खुद की नाकामी छिपाने के लिए विदेश से भारत को बदनाम कर रहे हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 6, 2023 12:04 PM2023-03-06T12:04:10+5:302023-03-06T12:08:01+5:30
भाजपा के वरिष्ठ नेता अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी द्वारा लंदन में प्रवासी भारतीयों को दिये भाषण में मोदी सरकार की आलोचना पर पलटवार करते हुए कहा कि उनका मंशा केवल और केवल सरकार को बदनाम करने की है।
दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी द्वारा लंदन में प्रवासी भारतीयों को दिये भाषण में मोदी सरकार की आलोचना पर पलटवार करते हुए कहा कि उनका मंशा केवल और केवल सरकार को बदनाम करने की है। इस कारण वो ऐसे बयान दे रहे हैं लेकिन देश और विदेश में बसे भारतीय उनके बयान को गंभीरता से नहीं लेते हैं।
अनुराग ठाकुर ने कहा, "राहुल गांधी विवादों की आंधी बन गए हैं। विदेशी दोस्त, विदेशी एजेंसी या फिर विदशी चैनल हो किसी का भी दुरुपयोग करके भारत को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।अपनी नाकामी को छिपाने के लिए विदेशी जमीन से राहुल जी ने भारत को बदनाम करने का ठेका लिया है।"
राहुल गांधी विवादों की आंधी बन गए हैं,विदेशी दोस्त,विदेशी एजेंसी या फिर विदशी चैनल हो किसी का भी दुरुपयोग करके भारत को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।अपनी नाकामी को छिपाने के लिए विदेशी जमीन से राहुल जी ने भारत को बदनाम करने का ठेका लिया है: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर pic.twitter.com/RibDuTLjqJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 6, 2023
अनुराग ठाकुर का बयान राहुल गांधी द्वारा बीते रविवार को लंदन में प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत में मोदी सरकार की आलोचना के जवाब में है। जिसमें राहुल गांधी ने कहा, "मुझे भारतीय राजनीति और वैश्विक राजनीति पर बात करने के लिए कैंब्रिज विश्वविद्यालय में बोलने की अनुमति दी गई। मैंने वहां कई मुद्दों पर खुलकर बात की क्योंकि वहां काफी अच्छा माहौल है। उस वक्त मैं सोच रहा था कि यह काफी अजीब है कि एक भारतीय नेता कैंब्रिज और हार्वर्ड जैसी यूनिवर्सिटी में भाषण दे सकता है, लेकिन वह भारत के किसी यूनिवर्सिटी में भाषण नहीं दे सकता है।"
राहुल गांधी ने अपने भाषण में केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि भारत की मौजूदा सरकार विपक्ष को संसद में मुद्दे उठाने की इजाजत नहीं देती है। उन्होंने कहा, "विपक्ष की आवाज को संसद में दबाया जाता है क्योंकि हमारी सरकार विपक्ष के किसी भी विचार को न तो सुनना चाहती है और न ही विपक्ष की किसी भी प्रस्ताव पर चर्चा करने की अनुमति नहीं देती है। संसद भवन में ऐसा ही होता है कि हमे जब भी किसी महत्वपूर्ण मुद्दे मसलन नोटबंदी, जीएसटी या फिर चीन द्वारा हमारे क्षेत्र में अतिक्रमण के गंभीर मुद्दे पर हम बात करना चाहते हैं तो हमें उन मुद्दों को सदन में उठाने की अनुमति नहीं दी जाती है।"
राहुल गांधी ने सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच खत्म होते संवाद पर कहा, "यह एक शर्मनाक सच्चाई है, लेकिन यह सच है। लेकिन यह वह भारत नहीं है जिसके हम सभी आदी हैं। हमारा देश एक खुला देश है, जहां हम अपनी बौद्धिक कुशलता पर गर्व करते हैं। एक-दूसरे की राय का सम्मान करते हैं, एक-दूसरे की बात सुनते हैं।"