एंटीलिया केस : NIA को सचिन वाझे के घर से मिले 62 जिंदा कारतूस जिनका स्रोत है नामालूम, पुलिस अफसर के तौर पर मिले 5 कारतूस भी हैं गायब
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 25, 2021 06:45 PM2021-03-25T18:45:04+5:302021-03-25T21:19:50+5:30
महाराष्ट्र पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाझे ने अदालत से कहा कि (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) एनआईए उन्हें बलि का बकरा बना रही है।
मुंबईः उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास एक गाड़ी में जिलेटिन की छड़ें मिलने के मामले में गिरफ्तार किये गये निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे की एनआईए हिरासत बृहस्पतिवार को यहां की एक विशेष अदालत ने तीन अप्रैल तक बढ़ा दी।
केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए के वकील अडिशनल सॉलिसिटर जनरल अनिल सिंह ने कोर्ट से कहा कि अपराध में किसी पुलिसकर्मी की संलिप्तता पाकर हर कोई हैरान था। जांच के दौरान एनआई ने वाझे के घर से 62 जिंदा कारतूस जब्त किए और इसकी जांच की आवश्यकता है कि इन्हें वाझे ने क्यों रखा था। पुलिस डिपार्टमेंट ने वाझे को 30 बुलेट जारी किए थे जिनमें से केवल 5 ही बरामद हुए हैं।
मुंबई में सहायक पुलिस निरीक्षक वाझे (49) को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 13 मार्च को गिरफ्तार किया था। वाझे की पिछली रिमांड का समय निकलने के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया था। एनआईए ने वाजे के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के सख्त प्रावधानों को लागू किया था। एजेंसी ने उनकी 15 और दिन की हिरासत की मांग की।
वाझे ने सुनवाई के दौरान न्यायाधीश पी आर सितरे से कहा, ‘‘मुझे बलि का बकरा बनाया गया है और मेरा इस मामले से कोई लेनादेना नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं डेढ़ दिन तक मामले का जांच अधिकारी रहा और अपनी क्षमता के हिसाब से जो कर सकता था, मैंने किया। लेकिन अचानक से योजना में कहीं कोई बदलाव हो गया। मैं खुद ही एनआईए दफ्तर गया था और मुझे गिरफ्तार कर लिया गया।’’
वाझे ने कहा कि उन्होंने कोई अपराध कबूल नहीं किया है। एनआईए के वकील अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल अनिल सिंह ने अदालत से कहा कि यह जानकर सभी स्तब्ध हैं कि अपराध में एक पुलिसकर्मी शामिल है।