पकड़ा गया बिहार सरकार का एक और धनकुबेर कर्मचारी, निगरानी ब्यूरो को प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के पास से मिले 12 लाख रुपए कैश और एक किलो सोना
By एस पी सिन्हा | Published: April 2, 2022 07:40 PM2022-04-02T19:40:39+5:302022-04-02T19:49:58+5:30
बिहार के निगरानी ब्यूरो द्वारा की गई छापेमारी में आरोपी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार के घर से 12 लाख रुपए नकद और एक किलो सोना मिला है। निगरानी विभाग की ओर से दी गई प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार के आवास से टीम को हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और दिल्ली में करोड़ों रुपये के आलीशान घर और फ्लैट के कागजी दस्तावेज भी मिले हैं।
पटना: बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के मुसहरी ब्लॉक में पदस्थापित प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार भ्रष्टाचार की खान में धंसा हुआ बड़ा भारी धनकुबेर निकला।
बिहार के निगरानी ब्यूरो द्वारा की गई छापेमारी में आरोपी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार के घर से 12 लाख रुपए नकद और एक किलो सोना मिला है।
इस छापेमारी के संबंध में निगरानी विभाग की ओर से दी गई प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार के आवास से टीम को हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और दिल्ली में करोड़ों रुपये के आलीशान घर और फ्लैट के कागजी दस्तावेज भी मिले हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संतोष कुमार का हाजीपुर में आलीशान घर के अलावा बैंक में भी करोड़ों रुपया जमा है। इसके साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में भी दो फ्लैट और 10 लाख रुपये मूल्य के किसान विकास पत्र भी बरामद हुए हैं।
बताया जा रहा है कि निगरानी टीम ने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार के मुजफ्फरपुर, हाजीपुर और पटना स्थित घरों को काफी अच्छे से खंगाला है। छापेमारी के दौरान यह भी पता चला है कि मुजफ्फरपुर में लोगों द्वारा प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार को सप्लाई माफिया कहा जाता है।
बताया जाता है कि इस भ्रष्ट अधिकारी ने सरकारी योजनाओं में जालसाजी और हेराफेरी से करोड़ों रुपये की अकूत संपत्ति अर्जित की है।जिसमें मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा स्थित ग्रैंड मॉल में करीब डेढ़ करोड़ रुपये से उसने दो दुकानों को खरीदा है।
इस मामले में एक और आश्चर्यजनक खुलासा हुआ कि प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार ने निगरानी विभाग या अन्य विजिलेंस की टीम की आंख में धूल झोंकने के लिए ग्रैंड मॉल में खरीदी गई दोनों दुकानों का रजिस्ट्रेशन अपनी पत्नी के नाम पर कराया था।
लेकिन बाद में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार को लगा कि पत्नी के नाम से दोनों दुकानों के होने पर निगरानी विभाग को शक हो सकता है, इसलिए ग्रैंड मॉल में उसमें अपने नाम की जगह अपने ससुर का नाम दे दिया था।
छापेमारी के बाद निगरानी ब्यूरो प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार तलाशी कर रही है। बताया जाता है कि यह भ्रष्ट अफसर बीते कई सालों से मुजफ्फरपुर जिले में ही पदस्थापित है और वहीं से अपने गोरख धंधे को जारी रखे हुए था लेकिन आखिरकार वो निगरानी विभाग के हत्थे चढ़ ही गया।