अमृतसर ट्रेन हादसाः निशाने पर कांग्रेस सरकार, सिद्धू की पत्नी पर हादसे के बाद तुरंत घटनास्थल से भागने का आरोप
By भाषा | Published: October 19, 2018 11:53 PM2018-10-19T23:53:54+5:302018-10-20T01:40:08+5:30
नवजोत कौर सिद्धू ने कहा,‘‘रावण का पुतला जला दिया गया था और मैं वहां से निकली ही थी कि यह हादसा हुआ। प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि घायलों को इलाज मिले।’’ उन्होंने लोगों से इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने से बचने की सलाह दी।
पंजाब के अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे ने शुक्रवार को राजनीतिक रंग ले लिया। विपक्ष ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर रेलवे पटरी के निकट समारोह की अनुमति देने में खामियों का आरोप लगाया। पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी पर भी घटना के बाद मौके से तुरन्त चले जाने के आरोप लगे है।
इस समारोह की मुख्य अतिथि नवजोत कौर सिद्धू ने बाद में उस अस्पताल में मीडिया से बात की जहां घायलों को ले जाया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि घायलों को समुचित इलाज मिले।
नवजोत कौर सिद्धू ने कहा,‘‘रावण का पुतला जला दिया गया था और मैं वहां से निकली ही थी कि यह हादसा हुआ। प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि घायलों को इलाज मिले।’’ उन्होंने लोगों से इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने से बचने की सलाह दी।
केन्द्रीय मंत्री और अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की है।
उन्होंने ट्वीट किया,‘‘अमृतसर ट्रेन हादसे में कई निर्दोष लोगों की जान जाने के संबंध में शोक व्यक्त करने के लिए पर्याप्त शब्द नहीं हैं। हादसे में अपनों को खोने वाले परिवारों के साथ मेरी गहरी संवेदना है। इस घटना की जांच होनी चाहिए क्योंकि इससे प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े हुए है।’’
मौके पर मौजूद चश्मदीद बीजेपी एक प्रवक्ता ने नवजोत कौर पर घटना के बाद भाषण बीच में छोड़कर घटनास्थल से भागने का आरोप लगाया।
#Correction: The eyewitness is BJP spokesperson Rajesh Honey who was present at the site when the DMU train ran over people watching Dussehra celebrations in #Amritsar. https://t.co/jnPLUIUTnj
— ANI (@ANI) October 19, 2018
अकाली दल के अन्य नेता बिक्रम मजीठिया ने कहा कि ट्रेन दुर्घटना की दुर्भाग्यपूर्ण खबर सुनकर वह दुखी हैं। उन्होंने कहा कि वह घटनास्थल पर गए थे। वहां कई लोग ऐसे मौजूद थे, जिन्होंने अपनों को खोया था। उनमें से ज्यादातर लोग नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू पर आरोप लगा रहे थे। साथ ही लोग इलाके के काउंसलर पर भी आरोप लगा रहे थे। लोगों के अनुसार अगर सुरक्षा संबंधित सभी कदम उठाए गए होते तो यह हादसा नहीं हुआ होता।
I visited the accident site. Everyone present there incl.those who lost their family members complained against Navjot Kaur Sidhu&Navjot Sidhu& Councillor of the area,they all felt that the incident wouldn't have occurred if all precautions were taken: SAD's BS Majithia #Amritsarpic.twitter.com/XfdXk5l9Eq
— ANI (@ANI) October 19, 2018
भाजपा नेता और केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि यह एक त्रासदी थी जिसे टाला जा सकता था।
इसके अलावा घायलों को देखने सिविल अस्पताल देखने पहुंचे अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह आहूजा ने कहा, "मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसपर कार्रवाई होगी। चाहे वह नवजोत कौर सिद्धू ही क्यों ना हो।"
#Amritsar: MP from Amritsar, Gurjeet Singh Aujla who is present at Civil Hospital, says, "probe will be conducted into the incident, action will be taken against those found guilty, even if it is Navjot Kaur Sidhu." pic.twitter.com/did5IJmFrG
— ANI (@ANI) October 19, 2018
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कुछ विपक्षी नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि बिना किसी उचित मंजूरी के रेल पटरियों के निकट कांग्रेस द्वारा दशहरा आयोजित कराया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने जिम्मेदारी तय करने और दोषियों को दंड़ित करने के लिए इस घटना की उच्च न्यायालय के किसी सेवानिवृत्त न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की।
उनके पुत्र और पार्टी के वरिष्ठ नेता सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि वह इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में सुनकर बहुत दुखी हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अमृतसर के निकट शुक्रवार शाम रावण दहन देखने के लिए रेल की पटरियों पर खड़े लोगों के ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई जबकि 72 अन्य घायल हो गए।
भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) समेत सभी प्रमुख पार्टियों ने अपने-अपने स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं को राहत एवं बचाव अभियान में मदद करने को कहा है।