Bihar: अमित शाह के बिहार दौरे को कांग्रेस ने बताया समाज में नफरत फैलाने का प्रयास

By एस पी सिन्हा | Published: June 29, 2023 06:00 PM2023-06-29T18:00:48+5:302023-06-29T18:04:23+5:30

बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि आज बकरीद के पाक मौके पर गृहमंत्री अमित शाह की रैली और उसके द्वारा नफरत फैलाने की कोशिश एक घृणित कृत्य है।

Amit Shah's visit to Bihar was told by the State President of Congress as an attempt to spread hatred in the society | Bihar: अमित शाह के बिहार दौरे को कांग्रेस ने बताया समाज में नफरत फैलाने का प्रयास

Bihar: अमित शाह के बिहार दौरे को कांग्रेस ने बताया समाज में नफरत फैलाने का प्रयास

Highlightsअखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा- बकरीद के पाक मौके पर अमित शाह के द्वारा नफरत फैलाने की कोशिश एक घृणित कृत्यउन्होंने कहा, शाह की बातें समाज में धार्मिक एकता और बन्धुत्व की भावना में जहर घोलने का काम करती है

पटना: केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा लखीसराय में दिये गये भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि आज बकरीद के पाक मौके पर गृहमंत्री अमित शाह की रैली और उसके द्वारा नफरत फैलाने की कोशिश एक घृणित कृत्य है। उनकी बातें समाज में धार्मिक एकता और बन्धुत्व की भावना में जहर घोलने का काम करती हैं।

उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि मोदी और अमित शाह की उपस्थिति ही उत्तेजना और उन्माद पैदा करती है। दरअसल मोदी जी धार्मिक उन्माद का फास्ट फुड चैन चला रहे हैं और अमित शाह हैं उनके डिलीवरी बॉय। नफरत फैलाने की सारी कोशिशें केवल इसलिए हो रही हैं कि कहीं महागठबन्धन के बनते ही सत्ता हाथ से फिसल न जाए। शिकस्त का खौफ मोदी-शाह के दिलो दिमाग को बिचलित कर रहा है। 

डॉ. सिंह ने कहा कि मोदी और अमित शाह को एकता, एकजूटता, सामाजिक समरसता और धार्मिक सद्भाव की बात से पीड़ा होती है। इसलिए जैसे ही इस तरह की कोई कोशिश फलीभूत होते हुए दिखाई देती है कि उनका मन बेचैन हो जाता है और हाथ तरकश पे चला जाता है। यही कारण है कि जबसे महागठबन्धन की बैठक हुई है तबसे मोदी और शाह के बोल बिगड़ते जा रहे हैं। यूनिफार्म सिविल कोड की बात भी और कुछ नहीं बल्कि मोदी जी का शिकस्त के सामने करतब की कोशिश है। 

उन्होंने कहा कि इनको मालूम नहीं कि बिहार की धरती पर केवल धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक समरसता की खेती संभव है। यहां के आवो हवा में नफरत का जहर घुल नहीं सकता चाहे मोदी और अमित शाह अपनी एड़ी चोटी भी एक क्यों न कर दें। यहां की सामाजिक समरसता और धार्मिक सहिष्णुता चट्टानी एकता के रूप में खड़ी है। मणिपुर हिंसा की आग मे झुलस रहा है और अमित शाह उसको छोड़कर बिहार भ्रमण कर रहे हैं ताकि बिहार भी जले। बिहार की गरीब जनता केन्द्र सरकार से विशेष राज्य का दर्जा की आश लगाये बैठी थी और बदले में धार्मिक उन्माद की घूंटी खिलायी जा रही है। यहां उनकी दाल नहीं गलने वाली है।

Web Title: Amit Shah's visit to Bihar was told by the State President of Congress as an attempt to spread hatred in the society

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