BJP का घोषणापत्र जारी करने से पहले आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से मिलेंगे पार्टी अध्यक्ष शाह
By रामदीप मिश्रा | Updated: April 8, 2019 10:05 IST2019-04-08T09:42:29+5:302019-04-08T10:05:26+5:30
घोषणापत्र जारी करने से पहले बीजेपी अध्यक्ष आज मुरली मनोहर जोशी से मिलेंगे। इसके बाद वह लाल कृष्ण आडवाणी से मुलाकात करेंगे।

फाइल फोटो।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और डॉ. मुरली मनोहर जोशी का पार्टी ने टिकट काट दिया, जिसके बाद आडवाणी ने ब्लॉग लिखा था। कहा जा रहा है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पार्टी के घोषणापत्र का ऐलान करने से पहले अडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से मिलने वाले हैं और गिले-शिकवे दूर करने की कोशिश में हैं।
खबरों के अनुसार, घोषणापत्र जारी करने से पहले बीजेपी अध्यक्ष आज मुरली मनोहर जोशी से मिलेंगे। इसके बाद वह लाल कृष्ण आडवाणी से मुलाकात करेंगे। कहा जा रहा है कि शाह ऐसा इसलिए कर रहे है कि दोनों नेताओं की नाराजगी दूर की जा सके। वह पहले भी लालकृष्ण आडवाणी से मिलने का समय मांग चुके हैं, लेकिन उन्होंने मुलाकात नहीं की था।
आपको बता दें कि हाल ही में लालकृष्ण आडवाणी ने लम्बे समय बाद अपनी चुप्पी तोड़ी थी कि उनकी पार्टी ने राजनीतिक रूप से असहमत होने वाले को कभी ‘‘राष्ट्र विरोधी’’ नहीं माना। नेशन फर्स्ट, पार्टी नेक्स्ट, सेल्फ लास्ट (राष्ट्र प्रथम, फिर पार्टी, स्वयं अंत में)’’ शीर्षक से अपने ब्लाग में आडवाणी ने कहा था, ‘‘भारतीय लोकतंत्र का सार विविधता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिये सम्मान है। अपनी स्थापना के समय से ही भाजपा ने राजनीतिक रूप से असहमत होने वालों को कभी ‘दुश्मन’ नहीं माना बल्कि प्रतिद्वन्द्वी ही माना।’’
उन्होंने कहा था, ‘‘इसी प्रकार से राष्ट्रवाद की हमारी धारणा में हमने राजनीतिक रूप से असहमत होने वालों को ‘राष्ट्र विरोधी’ नहीं माना। पार्टी व्यक्तिगत एवं राजनीतिक स्तर पर प्रत्येक नागरिक की पसंद की स्वतंत्रता को प्रतिबद्ध रही है।’’ आडवाणी ने अपना यह ब्लाग ऐसे समय में लिखा है जब छह अप्रैल को भाजपा का स्थापना दिवस मनाया जायेगा और 11 अप्रैल से लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिये मतदान होना है।
लालकृष्ण आडवाणी को इस बार लोकसभा चुनाव में पार्टी ने टिकट नहीं दिया है और उनकी पारंपरिक गांधीनगर सीट से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह चुनाव लड़ रहे हैं। आडवाणी ने 1991 से छह बार लोकसभा में निर्वाचित करने के लिये गांधीनगर के मतदाताओं के प्रति आभार प्रकट किया। वहीं, मुरली मनोहर जोशी को भी टिकट नहीं दिया गया।