राहुल गांधी के बारे में अमित शाह का बड़ा बयान, बोले- एक ही चीज है जो बीजेपी और कांग्रेस दोनों चाहते हैं
By जनार्दन पाण्डेय | Published: November 30, 2018 03:05 PM2018-11-30T15:05:19+5:302018-11-30T15:05:19+5:30
अमित शाह ने यहां संयुक्त विपक्ष को भी निशाने पर लिया उन्होंने कहा कि अगर ममता बनर्जी छत्तीसगढ़ चुनाव में आ जाएं तो क्या होगा, या फिर चंद्र बाबू नायडू राजस्थान में आकर चुनाव लड़ें तो क्या होगा, या फिर शरद पवार मध्य प्रदेश में चुनाव लड़े तो क्या होगा?
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बृहस्पतिवार को एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा कि इस वक्त बस एक ही चीज है जो बीजेपी और कांग्रेस दोनों चाहते हैं। वह चीज है राहुल गांधी का नरेंद्र मोदी के सामने खड़ा होना और उनका पीएम पद का दावेदारी करना।
दरअसल, अमित शाह ने एबीपी न्यूज के एक कार्यक्रम में इंटरव्यू के दौरान कहा कि वे और उनकी पार्टी चाहती है कि राहुल गांधी नरेंद्र मोदी के सामने हों। यानी साल 2019 के चुनावों में नरेंद्र मोदी की पीएम पद की दावेदारी को टक्कर देने के लिए विपक्ष राहुल गांधी को चुने और उन्हें आगामी चुनावों के लिए पीएम पद का उम्मीदवार बना दे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी यही चाहती है और बीजेपी भी यही चाहती है कि राहुल गांधी को विपक्ष अपना चेहरा बना ले। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन के लोग उनको अपना नेता मानते नहीं है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि कर्नाटक में राहुल गांधी जाकर बोले कि वह पीएम बनाना चाहते हैं। इधर वे माइक छोड़कर हटे तब तक ममता बनर्जी ने मना कर दिया, गाड़ी पर पहुंचे तो शरद पवार ने मना कर दिया, गाड़ी की चाबी घुमाई तब तक अखिलेश यादव ने मना कर दिया।
अमित शाह ने यहां संयुक्त विपक्ष को भी निशाने पर लिया उन्होंने कहा कि अगर ममता बनर्जी छत्तीसगढ़ चुनाव में आ जाएं तो क्या होगा, या फिर चंद्र बाबू नायडू राजस्थान में आकर चुनाव लड़ें तो क्या होगा, या फिर शरद पवार मध्य प्रदेश में चुनाव लड़े तो क्या होगा? क्या चुनाव में कोई फर्क पड़ेगा। नहीं पड़ेगा। क्योंकि ये सभी क्षेत्रीय नेता हैं। वे अपने-अपने प्रदेशों में राजनीति करते हैं।
बीजेपी का उनसे कोई मुकाबला नहीं। सभी प्रदेशों में बीजेपी गई है और इन्हें हराकर 2014 में सरकार बनाई थी। यह बेहतर होगा कि वे सब साथ आ जाए और एक साथ सबको बीजेपी हराकर पिछले चुनाव से ज्यादा सीटें जीतेगी।