"अमित शाह सबसे अक्षम गृहमंत्री हैं, वो न तो मणिपुर पर कुछ कहते हैं, न ही संसद की सुरक्षा पर", प्रियांक खड़गे ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 27, 2023 01:09 PM2023-12-27T13:09:02+5:302023-12-27T13:15:37+5:30
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर जबरदस्त हमला करते हुए उन्हें भारत का सबसे अक्षम गृहमंत्री करार दिया है।
धारवाड़: कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार के मंत्री और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर जबरदस्त हमला करते हुए उन्हें भारत का सबसे अक्षम गृहमंत्री करार दिया है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए प्रियांक खड़गे ने आरोप लगाया कि गृहमंत्री शाह स्वतंत्र भारत के सबसे अक्षम गृहमंत्री हैं क्योंकि उन्होंने न तो मणिपुर हिंसा पर कुछ कहा और न ही हाल में संसद में हुई घुसपैठ पर कोई बयान दिया।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को लागू किये जाने के संबंध में गृहमंत्रीअमित शाह के दिये हालिया बयान पर भी बेहद तीखी टिप्पणी की।
प्रियांक खड़गे ने कहा, "अमित शाह शायद स्वतंत्र भारत में सबसे अक्षम गृह मंत्री हैं। उनके पास सीएए पर टिप्पणी करने और अपने बेटे जय शाह के साथ अहमदाबाद में क्रिकेट मैच देखने में आनंद आता है लेकिन वह मणिपुर पर टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं और न ही संसद सुरक्षा के मुद्दे पर बयान देना चाहते हैं। उन्हें विषय को भटकाने की बजाय हमें बताना चाहिए कि दोनों मामलों में जांच किस ओर जा रही है।''
मालूम हो कि बीते मंगलवार को गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी के सोशल मीडिया और आईटी विंग के सदस्यों के साथ बंद कमरे में बैठक की। जिसमें उन्होंने कहा कि कोई भी नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को लागू करने से नहीं रोक सकता है क्योंकि यह देश का कानून है।
भाजपा द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जारी एक वीडियो में केंद्रीय गृह मंत्री ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सीएए मुद्दे पर शरणार्थियों को गुमराह करने का आरोप लगाया।
अमित शाह ने कहा, "ममता दीदी अक्सर सीएए पर शरणार्थियों को गुमराह कर रही हैं। आज मैं आप सभी के सामने कहता हूं कि सीएए देश का कानून है। इसे लागू करने से कोई नहीं रोक सकता। यह हमारी पार्टी की प्रतिबद्धता है और यह हर भारतीय का कर्तव्य है कि जो लोग पड़ोसी देशों से धार्मिक अत्याचारी होकर आए हैं, उनके सम्मान की रक्षा करें।"