'अमित शाह मानते हैं कि वह भी एजेंसियों पर दबाव डाल रहे हैं', तेजस्वी यादव ने गृहमंत्री के बयान का जिक्र करके साधा निशाना
By शिवेंद्र कुमार राय | Published: March 31, 2023 02:49 PM2023-03-31T14:49:31+5:302023-03-31T14:50:44+5:30
जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इन दिनों केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच का सामना कर रहे हैं। धन शोधन मामले में लालू परिवार ईडी की जांच के दायरे में भी है। इसे लेकर तेजस्वी लगातार भाजपा और केंद्र सरकार पर जांच एंजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते रहे हैं।
पटना:एक मीडिया समूह के कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुजरात में कथित फर्जी मुठभेड़ के मामले में सत्ता का दुरुपयोग किया था। अमित शाह ने कहा था कि तब फर्जी मुठभेड़ के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फंसाने के लिए मुझ पर दबाव डाला था। उन्होंने कहा कि वह खुद सत्ता के दुरुपयोग के भुक्तभोगी हैं।
अब अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि अमित शाह के बयान से यही साफ होता है कि वह भी एजेंसियों पर दबाव डाल रहे हैं। पटना में इस मामले को लेकर तेजस्वी ने कहा, "मुझे नहीं पता यह सच है या नहीं लेकिन उन्होंने(अमित शाह) कहा है कि उनपर CBI ने 'दबाव' बनाया। मतलब वे मानते हैं कि इस समय वे भी एजेंसियों पर दबाव डाल रहे हैं।"
मुझे नहीं पता यह सच है या नहीं लेकिन उन्होंने(अमित शाह) कहा है कि उनपर CBI ने 'दबाव' बनाया। मतलब वे मानते हैं कि इस समय वे भी एजेंसियों पर दबाव डाल रहे हैं: CBI को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पटना pic.twitter.com/ACHNoA55TX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 31, 2023
अमित शाह ने क्या कहा था
कार्यक्रम में जांच एंजेंसियों के दुरुपयोग के विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए शाह ने कहा था, "मैं खुद सत्ता के दुरुपयोग का भुक्तभोगी हूं। मुझे दंगों में फंसाने की कोशिश हुई। दंगों में शामिल होने का केस हुआ, लेकिन कुछ नहीं निकला। हमने कोई काले कपड़े पहनकर विरोध नहीं किया। मुंबई कोर्ट में केस ले गए। वहां अदालत ने मुकदमे को राजनीति से प्रेरित बताया। मेरे ऊपर फर्जी एनकाउंटर का झूठा केस किया गया। मोदी का नाम लेने के लिए दबाव बनाया गया। 90 फीसदी सवाल में कहा गया कि मोदी का नाम ले लो तो छोड़ देंगे। मोदी के खिलाफ एक राज्य ने एसआईटी बनाई, लेकिन हमने कभी हाय तौबा नहीं की।"
बता दें कि जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इन दिनों केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच का सामना कर रहे हैं। धन शोधन मामले में लालू परिवार ईडी की जांच के दायरे में भी है। इसे लेकर तेजस्वी लगातार भाजपा और केंद्र सरकार पर जांच एंजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते रहे हैं।