कांग्रेस में बगावत, नाराजगी और इस्तीफे के बीच कई दिग्गजों ने कहा, "पार्टी अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी ही एकमात्र विकल्प हैं"

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 28, 2022 10:06 PM2022-08-28T22:06:02+5:302022-08-28T22:26:30+5:30

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस के लिए राहुल गांधी अब भी "नंबर एक" और "एकमात्र" पसंद हैं और उन्हें पार्टी अध्यक्ष की कमान अपने हाथों में लेनी चाहिए।

Amidst rebellion, resentment and resignation in Congress, many veterans said, "Rahul Gandhi is the only option for the post of party president". | कांग्रेस में बगावत, नाराजगी और इस्तीफे के बीच कई दिग्गजों ने कहा, "पार्टी अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी ही एकमात्र विकल्प हैं"

फाइल फोटो

Highlightsकांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी अब भी पार्टी में एकमात्र सर्वमान्य नेता हैंपार्टी राहुल गांंधी से आग्रह करेगी कि वो अध्यक्ष पद संभालें और 2024 के चुनाव की तैयारी करेंराहुल गांधी ने 2019 के संसदीय चुनावों में पार्टी की हार के बाद कांग्रेस का अध्यक्ष पद छोड़ दिया था

दिल्ली: देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में चल रहे आंतरिक घमासान सतह पर आने के बाद भी कई कांग्रेसी दिग्गजों का अब भी मानना है कि पार्टी की बागडोर राहुल गांधी के ही हाथों में महफूज रह सकती है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने रविवार को कहा कि कांग्रेस के लिए राहुल गांधी अब भी "नंबर एक" और "एकमात्र" पसंद हैं और उन्हें पार्टी अध्यक्ष की कमान अपने हाथों में लेनी चाहिए।

इसके साथ ही सलमान खुर्शीद ने यह भी कहा कि राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी का इलाज करना के लिए इस समय विदेश गये हुए हैं, वो जैसे ही स्वदेश लौटेंगे पार्टी के कई नेता उन्हें पार्टी की अध्यक्षता संभालने के लिए मनाने का प्रयास करेंगे।

कांग्रेस में चल रहे तमाम अटकलों को समाप्त करते हुए पार्टी की कार्य समिति ने आज एक महत्वपूर्ण बैठक करके घोषणा की कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा और विजेता के नाम की घोषणा दो दिन बाद की जाएगी।पत्रकारों द्वारा सलमान खुर्शिद से यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी पार्टी के नेताओं की पसंद हैं। खुर्शीद ने जवाब देते हुए कहा, "सच कहूं तो आज मैंने जितने भी लोगों से बात की है, उनकी राय से स्पष्ट है कि राहुल गांधी हमेशा की तरह अब भी नंबर वन बने हुए हैं और केवल वो ही पार्टी की कमान संभालने की ताकत रखते हैं।"

कांग्रेस कार्य समिति के स्थायी सदस्य सलमान खुर्शीद ने कहा, "हम इससे आगे किसी भी बातचीत में शामिल नहीं हुए हैं। हमारे पास अभी फिलहाल में इस तरह का कोई संकेत नहीं है कि वो वह हमारे अनुरोध को स्वीकार करेंगे लेकिन हमें भरोसा है कि वो हमारी बात पर गौर करेंगे।“

इसके साथ ही खुर्शीद ने कहा, "जब वह विदेश से वापस आएंगे तो मुझे यकीन है कि हम उन्हें इसके लिए राजी कर लेंगे।" सलमान खुर्शीद की तरह पार्टी के वरिष्ठ नेता राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी शनिवार को कहा था कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में वापसी के लिए राजी किया जाएगा क्योंकि पार्टी में उनके अलावा कोई नहीं है, जिसकी अखिल भारतीय अपील हो।

सलमान खुर्शीद ने अपनी बात को बल देते हुए कहा कि "पार्टी 100 फीसदी राहुल गांधी के साथ है और उन्हें पार्टी के शीर्ष पद पर देखना चाहती है।" खुर्शीद और खड़गे की तरह पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस में केवल नेताओं को ही नहीं बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं को भी लगता है कि राहुल गांधी को पार्टी की बागडोर संभालनी चाहिए।

हरीश रावत ने कहा, "हम पूरे जोर के साथ कहना चाहते हैं कि उन्हें अध्यक्ष बनना चाहिए। मैं यह बात कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में कह रहा हूं। यह केवल मेरी नहीं बल्कि लाखों-करोड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की भावना है।"

कांग्रेस की आज हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक की अध्यक्षता सोनिया गांधी ने की, जो इस समय मेडिकल चेकअप के लिए विदेश में हैं। उनके साथ पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद थे। इस बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कई अन्य नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर राहुल गांधी को फिर से पार्टी प्रमुख बनाने की मांग की। हालांकि इस मुद्दे पर अब भी अनिश्चितता और सस्पेंस बरकरार है।

पार्टी के अंदरूनी सूत्र कहते हैं कि राहुल गांधी अध्यक्ष न बनने के अपने पुराने रुख पर अब भी कायम हैं। राहुल गांधी का स्पष्ट कहना है कि वह किसी भी कीमत पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नहीं बनेंगे। वहीं बुधवार को अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपने नाम के खबरों को खारिज करते हुए कहा था वो राहुल गांधी को फिर से पार्टी की बागडोर संभालने के लिए मनाने के लिए आखिरी मिनट तक प्रयास करते रहेंगे।

मालूम हो कि साल 2019 में हुए संसदीय चुनावों में पार्टी को लगातार दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष के रूप में फिर से पार्टी की बागडोर संभाल ली थी। लेकिन सोनिया गांधी ने भी अगस्त 2020 में कांग्रेस के जी 23 के नेताओं के खुले विद्रोह के बाद अध्यक्ष पद छोड़ने की पेशकश की थी। उसके बाद से अब तक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर हो रही सियासत जारी है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

Web Title: Amidst rebellion, resentment and resignation in Congress, many veterans said, "Rahul Gandhi is the only option for the post of party president".

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे