अमर्त्य सेन ने ममता बनर्जी सरकार से मिलने वाले 'बंग विभूषण' सम्मान को लेने से किया इनकार, जानिए कारण
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 25, 2022 06:48 PM2022-07-25T18:48:09+5:302022-07-25T18:51:30+5:30
अमर्त्य सेन ने ममता बनर्जी सरकार द्वारा दिये जाने वाला 'बंग विभूषण' सम्मान को लेने से इनकार कर दिया है। सेन के परिवार ने कहा है कि उन्हें पुरस्कार की कोई अभिलाषा नहीं है, उन्हें बहुत से सम्मान और पुरस्कार मिल चुके हैं।
कोलकाता: विश्व के महान अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित प्रोफेसर अमर्त्य सेन ने ममता बनर्जी सरकार द्वारा दिये जाने वाला 'बंग विभूषण' सम्मान को लेने से इनकार कर दिया है। जानकारी के मुताबिक बंगाल सरकार के इस विशेष सम्मान को लेने से मना करते हुए सेन ने कहा कि वो राज्य की बनर्जी सरकार को जुलाई के पहले हफ्ते में ही सूचित कर चुके थे कि पुरस्कार वितरण समारोह के समय वह भारत में नहीं रहेंगे।
बताया जा रहा है कि बंगाल सरकार आगामी सोमवार को कोलकाता में आयोजित एक समारोह में इस पुरस्कार को देने वाली है। वहीं अमर्त्य सेन के परिवार की ओर से कहा गया कि चूंकि वो इस समय यूरोप की यात्रा पर हैं। इसलिए समारोह आयोजन के समय कोलकाता में मौजूद नहीं रहेंगे।
कल्याणकारी अर्थशास्त्र के लिए नोबेल से सम्मानित सेन की बेटी अंतरा देव सेन ने कहा कि उन्हें पुरस्कार की कोई अभिलाषा नहीं है, उन्हें बहुत से सम्मान और पुरस्कार मिल चुके हैं। लिहाजा सेन की इच्छा है कि बंग विभूषण सम्मान किसी दूसरे योग्य व्यक्ति को दिया जाए।
लेकिन सेन परिवार की ओर से पेश की सफाई इतनी भी आसान नहीं है क्योंकि इससे पहले बंगाल की वाम मोर्चा ने भी अमर्त्य सेन और अभिजीत विनायक सेन सहित अन्य बुद्धिजीवियों से ममता बनर्जी सरकार से पुरस्कार न लेने की अपील की थी।
इस कारण सेन द्वारा पुरस्कार ठुकराये जाने को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। विपक्षी दल ने पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग में भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं और इस नाते वो ममता बनर्जी सरकार को भ्रष्ट बताते हुए बुद्धिजीवियों से पुस्कार नहीं लेने की अपील कर रही है।
मालूम हो कि बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने इस साल के बंग विभूषण पुरस्कार के लिए अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को नामित किया था और बीते शनिवार को उनके नाम की घोषणा की गई थी। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से दिये जाने वाला बंग विभूषण सम्मान से समाज के अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य करने वाले विशिष्ठ लोगों को सम्मानित किया जाता है।