Amarnath Yatra 2023: 15 जून तक अमरनाथ यात्रा मार्ग और आधार शिविर तैयार करने की कवायद तेज, 1 जुलाई को होना है पवित्र हिमलिंग का पहला दर्शन
By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 12, 2023 02:59 PM2023-05-12T14:59:22+5:302023-05-12T15:41:37+5:30
अमरनाथ यात्रा की शुरुआत इस बार एक जुलाई से होने जा रही है। ऐसे में इस वार्षिक यात्रा के लिए तैयारी काफी तेज कर दी गई है।
जम्मू: एक जुलाई से शुरू होने जा रही 62 दिवसीय वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए सभी तैयारियों को 15 जून तक पूरा करने की कवायद तेज हो गई है। इन तैयारियों में जम्मू के भगवती नगर स्थित आधार शिविर को व्यवस्थित करना, दोनों यात्रा मार्गों पर लंगर की व्यवस्थाएं करने के साथ ही दोनों यात्रा मार्गों को पूरी तरह से श्रद्धालुओं के लिए चलने लायक बनाना है।
अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है कि जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्री निवास को 15 जून तक पूरी तरह से तैयार करने के लिए विभिन्न सेवाओं की खातिर टेंडर जारी कर दिए गए हैं तथा इसे अब सुरक्षाबलों के हवाले भी कर दिया गया है।
बोर्ड के अधिकारियों ने इसे माना है कि दोनों यात्रा मार्ग पर ताजा बर्फबारी के कारण यात्रा मार्ग से बर्फ को हटाने के कार्य में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है पर उन्हें उम्मीद है कि पहाड़ों पर हमेशा विजय हासिल करने वाली सीमा सड़क संगठन के जवान इस कठिनाओं पर जीत हासिल करते हुए 15 जून तक दोनों ट्रैक को तैयार कर देंगें।
जानकारी के लिए पहली बार अमरनाथ यात्रा के दोनों मार्गों के रख रखाव का जिम्मा बीआरओ अर्थात सीमा सड़क संगठन को इसलिए दिया गया है क्योंकि अमरनाथ श्राइन बोर्ड बालटाल के मार्ग से फिलहाल बैटरी कार आप्रेट करने की कोशिशें करना चाहता है ताकि अगले कुछ सालों में इसे मोटरेबल रोड बनाते हुए पंचतरणी तक लोगों को अपने वाहन से यात्रा करने की सुविधा मुहैया करवा सके। इन अधिकारियों ने माना है कि वैष्णो देवी के तीर्थस्थल से कुछ बैटरी कारों को बालटाल मार्ग पर ले जाने की पूरी तैयारी है ताकि इनका परीक्षण करने का असवर मिल जाए।
श्राइन बोर्ड के अनुसार, आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए खच्चरवालों के पंजीकरण के साथ ही 123 के करीब लंगरवालों को दोनों यात्रा मार्ग पर लंगर स्थापित करने की अनुमति दी गई है। लंगरवालों को भी 15 जून तक 24 घंटें अपनी सभी व्यवस्थाएं तब तक के लिए बनाए रखने के लिए कहा गया है जब तक यात्रा समाप्त नहीं हो जाती।