मुखर्जी की पुण्यतिथि पर बंगाल में टीएमसी, भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप
By भाषा | Published: June 23, 2021 05:47 PM2021-06-23T17:47:14+5:302021-06-23T17:47:14+5:30
कोलकाता, 23 जून बंगाल की महान हस्ती श्यामा प्रसाद मुखर्जी को अपेक्षित सम्मान दिए जाने को लेकर, उनकी पुण्यतिथि पर बुधवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा ने एक-दूसरे पर प्रहार किया।
भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष और पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री फरहाद हकीम सहित कई गणमान्य लोगों ने यहां जनसंघ के संस्थापक की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।
घोष ने कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु से जुड़े रहस्यों को उजागर किया जाए।’’
उन्होंने कहा कि बंगाल के क्षेत्रीय दलों ने राज्य के महान सपूतों को कभी भी महत्व नहीं दिया और भाजपा ने उनके सम्मान के लिए काम करना शुरू किया है।
इस बीच हकीम ने दक्षिण कोलकाता में मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए कहा कि भगवा दल की नीति हमेशा से ‘‘इस्तेमाल करने और फेंक देने’’ की रही है।
टीएमसी नेता ने कहा, ‘‘कुछ दिनों बाद उनकी मुखर्जी सहित बंगाल के सपूतों में कोई रूचि नहीं होगी।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा को पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के दौरान कई अवसरों पर मुखर्जी के नाम का ‘‘इस्तेमाल’’ करने का कोई फायदा नहीं हुआ।
घोष ने भाजपा के विचारक की 68वीं पुण्यतिथि के मौके पर रक्तदान शिविर लगाने की अनुमति देने से पुलिस द्वारा कथित तौर पर इंकार किए जाने के विरोध में हाजरा चौराहे पर धरना दिया।
राज्य भाजपा ने कहा कि इस दिवस पर पिछले 42 वर्षों से रक्तदान शिविर का आयोजन होता था लेकिन तृणमूल कांग्रेस के ‘‘संकीर्ण राजनीतिक हितों’’ के कारण इस बार अनुमति नहीं दी गई।
मुखर्जी की 1953 में हिरासत में मृत्यु हो गई थी और तत्कालीन सरकार ने कहा था कि स्वास्थ्य संबंधी कारणों से उनका निधन हुआ जबकि जनसंघ और बाद में भाजपा ने इस दावे पर कई बार सवाल उठाए।
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