सभी दल को मिल रहे ‘दो नंबर’ का पैसा, राजनीति का पूरा खेल कालेधन पर टिका, चाहे चुनावी बांड हो, चाहे चेक हो या कैश: गहलोत
By भाषा | Published: December 7, 2019 07:41 PM2019-12-07T19:41:36+5:302019-12-07T19:41:36+5:30
गहलोत ने कहा,‘मैं चाहूंगा कि प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) साहब बैठे हुए है कोई ऐसी पीआईएल दायर हो या स्वत: संज्ञान करो।’’ गहलोत ने कहा कि वह किसी एक राजनीतिक दल की बात नहीं कर रहे बल्कि ‘‘तमाम राजनीतिक दल जो चंदा लेते हैं, तमाम राजनीतिक पार्टियां जो चंदा लेती हैं वह चंदा ब्लैक मनी है दो नंबर का पैसा होता है इसमें कोई दोराय नहीं है।’’
राजनीतिक चंदे में ‘दो नंबर’ के धन के इस्तेमाल का जिक्र करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि राजनीति का पूरा खेल कालेधन पर टिका है और जब तक राजनीतिक दलों को ऐसा पैसा मिलना बंद नहीं होगा तब तक भ्रष्टाचार खत्म करने की बात भी नहीं की जा सकती।
मुख्यमंत्री यहां राजस्थान उच्च न्यायालय के नये भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। देश में भ्रष्टाचार के मुद्दे का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘जब तक राजनीतिक रूप से फंडिंग... राजनीतिक पार्टियों की फंडिग, दो नंबर के पैसों से बंद नहीं होगी तब तक भ्रष्टाचार खत्म करने की बात करना बेकार है, कोई मायने नहीं रखता है।’’
गहलोत ने कहा, ‘‘राजनीति का पूरा खेल कालेधन पर टिका हुआ है। चाहे चुनावी बांड हो, चाहे चेक हो या कैश। मुझे 45 साल हो गए है राजनीति करते हुए और मैं देख रहा हूं कि राजनीतिज्ञों की शुरुआत ही काले धन से शुरू होती है।’’
गहलोत ने कहा कि दो नंबर के पैसे चंदे के रूप में लेकर कालेधन से शुरुआत करने वाले लोग देश से भ्रष्टाचार कैसे मिटा सकते हैं यह उनकी समझ से परे है। उन्होंने कहा,‘ जो कालाधन लेकर चुनाव जीतकर जाएगा उससे देश कैसे उम्मीद करेगा? न्यायपालिका कैसे उम्मीद करेगी कि वह पारदर्शिता के साथ में काम कर सके और भ्रष्टाचार मिटा सके। ये असंभव है, जो आज देश में हो रहा है।’
चुनावी बांड को बड़ा घोटाला बताते हुए गहलोत ने कहा,‘मैं चाहूंगा कि प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) साहब बैठे हुए है कोई ऐसी पीआईएल दायर हो या स्वत: संज्ञान करो।’’ गहलोत ने कहा कि वह किसी एक राजनीतिक दल की बात नहीं कर रहे बल्कि ‘‘तमाम राजनीतिक दल जो चंदा लेते हैं, तमाम राजनीतिक पार्टियां जो चंदा लेती हैं वह चंदा ब्लैक मनी है दो नंबर का पैसा होता है इसमें कोई दोराय नहीं है।’’