लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' से खुद को दूर कर लिया, जिससे विपक्षी एकता के संभावित उत्प्रेरक के रूप में कांग्रेस के मार्च की संभावना कम हो गई। समाजवादी पार्टी प्रमुख ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हमें (भारत जोड़ो यात्रा के लिए) कोई निमंत्रण नहीं मिला है। हमारी पार्टी की विचारधारा अलग है। भाजपा और कांग्रेस दोनों एक ही हैं।
उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें यात्रा के लिए आमंत्रित किया गया है, जो वर्तमान में विराम पर है और 3 जनवरी को दिल्ली से यूपी में प्रवेश करने के साथ फिर से शुरू होगी। इसपर जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यदि आपके फोन पर कोई निमंत्रण है, तो कृपया मुझे भेजें। हमारी संवेदनाएं उनकी यात्रा के साथ हैं। मुझे कोई आमंत्रण नहीं मिला है।
बता दें कि इन दिनों कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के दिल्ली में प्रवेश करने के बाद सुरक्षा कारणों को लेकर चर्चा का विषय बने हुए हैं। दरअसल, कांग्रेस ने बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख कर दावा किया कि दिल्ली में 24 दिसंबर को भारत जोड़ो यात्रा की सुरक्षा में सेंध लगी और पुलिस राहुल गांधी के इर्द-गिर्द भीड़ को नियंत्रित कर घेरा बनाने में नाकाम रही जबकि उन्हें "जेड प्लस" श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है।
मालूम हो, कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई "भारत जोड़ो यात्रा" अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा से गुजर चुकी है और फिलहाल दिल्ली में विश्राम के दौर में है। जनवरी के शुरू में यात्रा के उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब होते हुए जम्मू-कश्मीर जाने का कार्यक्रम है।
(भाषा इनपुट के साथ)