नई दिल्ली: महाराष्ट्र में लंबे समय से कैबिनेट विस्तार की अटकलों के बीच उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने अजित पवार पर तंज कसा है। फड़नवीस ने अजित पवार के एक बयान का जवाब देते हुए कहा कि वह विपक्ष के नेता हैं। उन्हें यह सब कहना ही पड़ेगा। अजित दादा अपनी मर्जी से भूल जाते हैं कि जब वे सरकार में थे, तब पहले 32 दिन सिर्फ पांच मंत्री ही थे। उद्धव सरकार के पहले एक महीने में अजित पवार ही डिप्टी सीएम नियुक्त किए गए थे।
क्या कहा था अजित पवार ने
एनसीपी नेता अजित पवार ने हाल ही में कहा था कि महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार में इसलिए देरी हो रही है क्योंकि शिंदे-फड़नवीस की जोड़ी को दिल्ली से हरी झंडी नहीं मिल रही है। दिल्ली से उनका इशारा प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह से था। अजित पवार ने कहा था कि हम लगातार सीएम से कैबिनेट विस्तार और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंत्री नियुक्त करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन जब तक दिल्ली से हरी झंडी नहीं मिल जाएगी, तब तक सरकार में कैबिनेट विस्तार नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा था कि यह बहुत सरल गणित है। इसे समझना कठिन नहीं। कैबिनेट विस्तार राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव पूरे होने के बाद ही होगा।
बता दें कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में विद्रोह के बाद उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फड़नवीस ने 30 जून को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। तब से इन दोनों के अलावा राज्य कैबिनेट में कोई मंत्री नहीं है। देवेंद्र फड़नवीस ने मंत्रीमंडल विस्तार पर यह भी कहा कि मुख्यमंत्री जनता का है और मैं उनके मंत्रिमंडल में हूं। हम इस राज्य के लोगों के लिए हमेशा उपलब्ध हैं। हाल ही में महाराष्ट्र के भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा था कि कैबिनेट में नए सदस्य 15 अगस्त से पहले शामिल कर लिए जाएंगे, ताकि मंत्री स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने क्षेत्र में तिरंगा फहरा सकें।