उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के तमकुहीराज से विधायक अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने तक काफी संघर्ष के दिन देखे हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि एक वक्त राजधानी दिल्ली में उन्हें जीविका चलाने के लिए मजदूरी तक करनी पड़ी थी। लल्लू प्रियंका गांधी के बेहद करीबी और भरोसेमंद माने जाते हैं। कहा जा रहा है कि इसी वजह से उन्हें यूपी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभालने को मिली है।
पिछड़ी जातियों, खासकर मुसहर समाज के वोटरों पर अजय कुमार लल्लू की अच्छी पकड़ मानी जाती है। वह खुद भी पिछड़ी कही जाने वाली जाति कानू से आते हैं। उनके बारे में एक कहानी मशहूर है कि एक बुजर्ग ने उन्हें विधायक बनने का आशीर्वाद दिया था।
उनके बारे में कहा जाता है कि 2007 के विधानसभा चुनाव में एक बार वह आजादपुर कस्बे में भाषण दे रहे थे। लल्लू के भाषण से एक बुजुर्ग इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने कहा कि इस बार तो नहीं लेकिन अगली बार वह जरूर विधायक बनेंगे। बुजुर्ग की बात सच हुई।
2012 में लल्लू यूपी की तमकुहीराज विधानसभा से पहली बार विधायक चुने गए। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार नंद किशोर मित्रा को 5860 वोटों से हराया था।
2017 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी की प्रचंड लहर के बावजूद वह एक बार फिर तमकुहीराज से वह विधायक चुने गए।
उन्हें विधानसभा में विधायक दल का नेता भी चुना गया था। लल्लू के बारे में कहा जाता है कि उन्होने जमीनी स्तर पर गरीबों, किसानों और गन्ना किसानों के लिए धरना देकर उनके बीच पकड़ बनाई और जनता के नेता बनकर उभरे। उनकी मेहनत और लगातार सफलता ने उन्हें प्रियंका गांधी का खास बना दिया।