सर्दियां शुरू होने से पहले ही बिगड़ने लगी दिल्ली की आबो-हवा, वायु गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में दर्ज की गई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 7, 2023 01:02 PM2023-10-07T13:02:28+5:302023-10-07T13:03:16+5:30
दिल्ली में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 231 दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शनिवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
नई दिल्ली: अभी सर्दियों ने ठीक से दस्तक भी नहीं दी है और राजधानी दिल्ली की हवा खराब होने लगी है। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार सुबह वायु गुणवत्ता ‘‘खराब’’ श्रेणी में दर्ज की गई और न्यूनतम तापमान 20.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
दिल्ली में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 231 दर्ज किया गया। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे दिल्ली में सापेक्षिक आर्द्रता 62 फीसदी दर्ज की गई। मौसम विभाग ने दिन में आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शनिवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता समिति ने शुक्रवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में पहुंचने के बाद अधिकारियों को होटल व रेस्तरां में कोयले के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने और प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों व ताप ऊर्जा संयंत्रों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सर्दी के दौरान दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए लागू की जाने वाली केंद्र सरकार की चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के तहत यह कदम उठाया गया है।
बता दें कि सर्दियों के शुरू होते ही राजधानी दिल्ली में वायु की गुणवत्ता खराब होने लगती है। हालांकि इस बार प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने व्यापक इंतजाम करने की बात कही है। वायु गुणवत्ता खराब होने से लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। खास कर सांस संबंधित बीमारियों से जूझ रहे लोगों को ज्यदा परेशानी होती है। दिसंबर तक आते-आते दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर स्थिति में पहुंच जाती है।