नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना को अग्निपथ भर्ती योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होने के चार दिन के अंदर 94,281 आवेदन मिल चुके हैं। योजना की घोषणा 14 जून को की गयी थी जिसके बाद इसके खिलाफ कई राज्यों में करीब एक सप्ताह तक हिंसक प्रदर्शन हुए और कई विपक्षी दल इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए. भारत भूषण बाबू ने ट्विटर पर लिखा, ‘(सोमवार को) सुबह 10:30 बजे तक कुल 94,281 लोगों ने अग्निवीर वायु के लिए आवेदन किया है।’ वायुसेना को योजना के तहत रविवार तक 56,960 आवेदन मिले थे।
सरकार ने कहा है कि योजना के तहत साढ़े 17 से 21 साल की उम्र के बीच के युवाओं को चार साल के कार्यकाल के लिए सेना में शामिल किया जाएगा और उनमें से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा में शामिल किया जाएगा।
सरकार ने विरोध प्रदर्शनों के बीच 16 जून को इस योजना के तहत भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को इस साल यानी 2022 के लिए 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दिया था और बाद में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सेवानिवृत अग्निवीरों के लिए प्राथमिकता जैसे कई कदमों की भी घोषणा की।
वहीं, कई भाजपा शासित राज्यों ने भी ऐलान किया है कि अग्निपथ योजना के तहत शामिल किए गए सैनिकों को चार साल बाद रिटायर हो जाने पर राज्य के पुलिस बलों में शामिल होने में प्राथमिकता दी जाएगी।
सशस्त्र बलों ने हालांकि यह भी स्पष्ट कर दिया है कि नई भर्ती योजना के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन और आगजनी करने वालों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।