लखनऊ:उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे सियासत में नए समीकरण बनते दिखाई दे रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को यूपी चुनाव को लेकर एआईएमआईएम, बाबू सिंह कुशवाह की जन अधिकार पार्टी और भारत मुक्त मोर्चा तीनों दलों ने गठबंधन कर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में बाबू सिंह कुशवाहा और भारत मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन की घोषणा की है। ओवैसी ने कहा, "अगर गठबंधन सत्ता में आता है तो 2 मुख्यमंत्री होंगे, एक ओबीसी समुदाय से और दूसरा दलित समुदाय से। 3 उप मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे जिसमें एक मुस्लिम समुदाय का होगा।"
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बना यह नया गठबंधन को 'भागीदारी परिवर्तन मोर्चा' नाम दिया गया है। इस मोर्चे में वामन मेश्राम की कवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटी एंप्लाई फेडरेशन (BAMCEF) भी शामिल है। जन अधिकार पार्टी के बाबू सिंह कुशवाह ने कहा कि यह मजबूरी का गठबंधन नहीं है। उन्होंने कहा हमारी पहले से ही बात हो चुकी थी।
वहीं, वामन मेश्राम ने कहा, भागीदारी मोर्चा राजभर ने बनाया था, वह तो चले गए पर बाकी सब अभी भी शामिल हैं। हम 403 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। उसमे से 95 प्रतिशत सीटों पर बात हो गई है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में सात चरणों में मतदान होने हैं। पहला चरण 10 फरवरी से शुरू होगा और अंतिम चरण 7 मार्च को होगा। जबकि राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर चुनाव परिणाम के साथ 10 मार्च को आएंगे।