मुंबई-अहमदाबाद के बाद अब वाराणसी-पटना-हावड़ा के बीच दौड़ेगी बुलेट ट्रेन, लगभग 799.293 किलोमीटर लंबे ट्रैक के लिए राशि आवंटित
By एस पी सिन्हा | Updated: March 3, 2025 19:07 IST2025-03-03T17:14:21+5:302025-03-03T19:07:22+5:30
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचआरसीएल) जल्द ही डीपीआर तैयार करने के लिए एक एजेंसी का चयन करेगा। पहले फेज में वाराणसी से पटना होते हुए हावड़ा तक एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाएगा, जबकि दूसरे फेज में दिल्ली से वाराणसी तक इसका विस्तार किया जाएगा।

मुंबई-अहमदाबाद के बाद अब वाराणसी-पटना-हावड़ा के बीच दौड़ेगी बुलेट ट्रेन, लगभग 799.293 किलोमीटर लंबे ट्रैक के लिए राशि आवंटित
पटना: देश में मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लगभग पूरा होने के बाद केंद्र सरकार अब वाराणसी-पटना-हावड़ा हाईस्पीड रेल कॉरिडोर पर तेजी से काम कर रही है। पटना सहित पांच जिलों में करीब 260 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड ट्रैक कॉरिडोर के लिए अगस्त तक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो जाएगी। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचआरसीएल) जल्द ही डीपीआर तैयार करने के लिए एक एजेंसी का चयन करेगा। पहले फेज में वाराणसी से पटना होते हुए हावड़ा तक एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाएगा, जबकि दूसरे फेज में दिल्ली से वाराणसी तक इसका विस्तार किया जाएगा।
पटना में फुलवारीशरीफ एम्स के पास बुलेट ट्रेन स्टेशन प्रस्तावित है। राज्य में 260 किलोमीटर लंबा ऊंचा ट्रैक स्थापित किया जाएगा। बिहार के पांच जिलों में पटना सहित लगभग 260 किमी लंबा एलिवेटेड ट्रैक कॉरिडोर बनाने के लिए अगस्त तक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा डीपीआर के लिए एजेंसी का चयन दो से तीन महीने के भीतर किया जाएगा।
बिहार में बुलेट ट्रेन चलाने के लिए 260 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाएगा। यह परियोजना वाराणसी-पटना-हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का हिस्सा है, जिसकी कुल लंबाई लगभग 799.293 किलोमीटर होगी। इस परियोजना के तहत, बिहार के विभिन्न जिलों में ट्रैक का निर्माण किया जाएगा, जिसमें पटना, बक्सर, आरा, जहानाबाद और गया शामिल हैं।
इस परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में वाराणसी से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, आरा, बक्सर, पटना और गया से हावड़ा तक एलिवेटेड ट्रैक का निर्माण होगा। दूसरे चरण में दिल्ली से वाराणसी तक ट्रैक का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। ग्रामीण क्षेत्र के भू-मालिकों को सर्किल रेट से चार गुना और शहरी क्षेत्र के भू-मालिकों को दो गुना मुआवजा दिया जाएगा।
इससे स्थानीय लोगों पर आर्थिक प्रभाव पड़ेगा और यात्रा की गति भी बढ़ेगी। पटना जिले में बुलेट ट्रेन के लिए 60.90 किलोमीटर एलिवेटेड ट्रैक का निर्माण होगा। जिसके लिए 58 गांवों में जमीन चिन्हित की गई है। इस प्रोजेक्ट के लिए 135.06 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी।
रेलवे के अनुसार, इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्रीय बजट में राशि आवंटित हो चुकी है और पांच साल के भीतर बिहार से गुजरने वाली बुलेट ट्रेन को चालू करने का लक्ष्य रखा गया है। बुलेट ट्रेन की गति लगभग 350 किलोमीटर प्रति घंटे होगी, जिससे यात्रा समय काफी कम हो जाएगा। यह तकनीक जापानी मानकों पर आधारित होगी और इसमें आधुनिक सुविधाएं जैसे स्वचालित दरवाजे, सीसीटीवी कैमरे और मोबाइल चार्जिंग सुविधाएं शामिल होंगी।