20 साल बाद शिवसेना के पास सीएम का पद, उद्धव बनेंगे मुख्यमंत्री, "बागी" अजित पवार भी बनेंगे मंत्री
By भाषा | Updated: November 27, 2019 19:31 IST2019-11-27T19:15:20+5:302019-11-27T19:31:23+5:30
59 वर्षीय उद्धव ठाकरे उसी शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, जहां पर उनके पिता और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे मशहूर दशहरा रैली को संबोधित करते थे। शिवसेना के आखिरी मुख्यमंत्री नारायण राणे थे जिन्होंने मनोहर जोशी के बाद 1999 में पद ग्रहण किया था। वर्ष 1995 में जोशी शिवसेना के पहले मुख्यमंत्री थे।

महाराष्ट्र की 14वीं विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार को यहां शुरू हुआ।
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे गुरुवार को एक सार्वजनिक समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और इसी के साथ राज्य में 20 साल बाद पार्टी के पास यह पद होगा।
59 वर्षीय उद्धव ठाकरे उसी शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, जहां पर उनके पिता और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे मशहूर दशहरा रैली को संबोधित करते थे। शिवसेना के आखिरी मुख्यमंत्री नारायण राणे थे जिन्होंने मनोहर जोशी के बाद 1999 में पद ग्रहण किया था। वर्ष 1995 में जोशी शिवसेना के पहले मुख्यमंत्री थे।
राकांपा नेता अजित पवार के समर्थन से बनी तीन दिन की सरकार सहित तमाम नाटकीय राजनीतिक घटनाओं के बाद आखिरकार गुरुवार को शपथग्रहण समारोह हो रहा है। कयास है कि अजित पवार जो मंगलवार को राकांपा प्रमुख शरद पवार से मिले थे और यहां बुधवार को हुई पार्टी बैठक में भी शामिल थे को नये मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
महाराष्ट्र की 14वीं विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार को यहां शुरू हुआ जिसमें नव निर्वाचित 285 सदस्यों को प्रोटेम स्पीकर कालीदास कोलांबकर ने शपथ दिलाई जिन्हें इस पद पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने नियुक्त किया था।
विधान सचिव राजेंद्र भागवत ने बताया मंत्रिमंडल की बैठक के बाद अध्यक्ष के चुनाव के लिए तारीख पर फैसला लिया जाएगा। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के गुरुवार को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद मंत्रिमंडल की बैठक होगी। (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने पहले विधान भवन के प्रवेश द्वार पर अजित पवार और पार्टी विधायक रोहित पवार से मुलाकात की। नव निर्वाचित सदस्य राज्य में चल रहे राजनीतिक नाटकीय घटनाक्रमों के कारण विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के एक महीने बाद भी शपथ नहीं ले पाए थे।
किसी भी राजनीतिक दल के सरकार न बना पाने के कारण राज्य में 12 नवंबर से 23 नवंबर तक राष्ट्रपति शासन लागू रहा। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कोश्यारी से प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने और यह सुनिश्चित करने को कहा था कि सदन के सभी निर्वाचित सदस्यों को बुधवार शाम पांच बजे तक शपथ दिला दी जाए। राकांपा नेता अजित पवार के समर्थन से 23 नवंबर को बनी भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार मंगलवार दोपहर को तब गिर गयी जब पवार ने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और फिर उसके बाद देवेंद्र फड़नवीस को भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
फड़नवीस का इस्तीफा सोमवार को शिवसेना के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा 162 विधायकों की परेड कराकर शक्तिप्रदर्शन करने के एक दिन बाद आया जिससे साफ हो गया था कि संख्याबल भाजपा के खिलाफ है। उम्मीद है कि गठबंधन सरकार न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) के तहत काम करेगी जिसे उद्धव ठाकरे, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच हुई गहन चर्चा के बाद तैयार किया गया है। महाराष्ट्र के इतिहास में अपना कार्यकाल पूरा करने वाले दूसरे मुख्यमंत्री बने फड़नवीस के नाम एक और रिकॉर्ड जुड़ गया है।
पिछले 59 साल में वे पहले मुख्यमंत्री हैं जिनकी सरकार महज चार दिन के लिए रही। शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के ‘महाविकास अघाडी’ की सरकार उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में बनेगी जो मौजूदा समय में राज्य विधानसभा के सदस्य नहीं है। राउत ने यहां पत्रकारों से कहा कि भाजपा महाराष्ट्र ने सत्ता को कायम रखने के लिए ‘अघोरी’ (निकृष्ट) कोशिश की लेकन राज्य की जनता ने उसे नाकाम कर दिया, यह देश में राजनीतिक बदलाव की शुरुआत है।’’
राउत ने कहा कि इसमें आश्चर्य नहीं होगा अगर महाराष्ट्र में अपना मुख्यमंत्री बनाने के बाद केंद्र में भी शिवसेना सरकार बनाए। भाजपा से टकराव के बाद पिछले एक महीने से नियमित रूप से मीडिया को संबोधित करते हुए राउत ने कहा कि वह गुरुवार से नियमित संवाददाता सम्मेलन संबोधित नहीं करेंगे और शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ से जुड़े अपने काम पर लौटेंगे। राज्यसभा सदस्य शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक भी हैं।
Maharashtra: CM-designate Uddhav Thackeray arrives at YB Chavan centre, in Mumbai for the meeting of Congress, NCP and Shiv Sena MLAs. He will take oath as the Chief Minister of the state tomorrow. pic.twitter.com/iMo51dSgFj
— ANI (@ANI) November 27, 2019
यह पूछे जाने पर कि गुरुवार को ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह के लिए किसे-किसे आमंत्रित किया जाएगा, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘मेरी जिम्मेदारी अब कम होगी। मैं कल से आपको (मीडिया) संबोधित नहीं करूंगा। मैं सामना में अपना मूल काम शुरू करूंगा..ये सभी फैसले नये मुख्यमंत्री लेंगे।’’
महाराष्ट्र के मंत्रिपरिषद एवं शपथ ग्रहण समारोह से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिये अहमद पटेल समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने यहां राकांपा प्रमुख शरद पवार से उनके आवास ‘सिल्वर ओक’ पर मुलाकात की। वहीं, उद्धव ठाकरे ने पत्नी रश्मी के साथ बुधवार को राजभवन जाकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की।
इस बीच, बंबई उच्च न्यायालय ने शिवाजी पार्क में उद्धव ठाकरे द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दौरान सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और बुधवार को कहा कि सार्वजनिक मैदान में इस तरह के कार्यक्रम नियमित परिपाटी नहीं बननी चाहिए। शिवाजी पार्क खेल का मैदान है या मनोरंजन पार्क इसको लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने कहा, ‘‘हम कल के समारोह के बारे में कुछ नहीं कहना चाहते हैं... बस दुआ करते हैं कि कोई अप्रिय घटना न हो।’’